इंश्योरेंस मार्केटप्लेस पॉलिसीबाजार ने एक नया बहुभाषी वेबसाइट इंटरफेस लॉन्च किया है।
इंश्योरेंस मार्केटप्लेस पॉलिसीबाजार ने एक नया कई भाषाओंं वाला वेबसाइट इंटरफेस लॉन्च किया है। इसे कैटेगिरी 2 एवं कैटेगिरी तीन के शहरों में रहने वाले टू-व्हीलर कस्टमर्स को अपनी भाषा में रिसर्च करते हुए बीमा पॉलिसी खरीदने में मदद करने के लिए तैयार किया गया है। पॉलिसीबाजार का टू-व्हीलर प्लेटफॉर्म अब छह प्रमुख क्षेत्रीय भाषाओं – हिंदी, तमिल, तेलुगू, मलयालम और बंगाली में उपलब्ध है।
50% टू-व्हीलर यूजर्स बोलते हैं रीजनल लैंग्वेज
आंकड़ों के मुताबिक, भारत में रहने वाले करीबन 50% टू-व्हीलर मालिक उन क्षेत्रों में रहते हैं, जहां ये भाषाएं प्रमुख रूप से बोली जाती हैं। अपनी इस पहल के जरिये Policybazaar.com एक मज़बूत और अलग अलग यूज़र इंटरफेस निर्माण करने में निवेश करना चाहता है, जो इस विशाल ग्राहक वर्ग से जुड़ सके। यह ग्राहक अपनी मातृभाषा में इंटरनेट का उपयोग करना काफी अधिक पसंद करते हैं।
आंकड़ों के मुताबिक, भारत में रहने वाले करीबन 50% टू-व्हीलर मालिक उन क्षेत्रों में रहते हैं, जहां ये भाषाएं प्रमुख रूप से बोली जाती हैं। अपनी इस पहल के जरिये Policybazaar.com एक मज़बूत और अलग अलग यूज़र इंटरफेस निर्माण करने में निवेश करना चाहता है, जो इस विशाल ग्राहक वर्ग से जुड़ सके। यह ग्राहक अपनी मातृभाषा में इंटरनेट का उपयोग करना काफी अधिक पसंद करते हैं।
रीजनल कंटेंट को मानते हैं भरोसेमेंद
हाल ही में केपीएमजी-गूगल द्वारा कराए गए एक अध्ययन में यह पता चला है कि एक भारतीय भाषा बोलने वाले इंटरनेट उपभोक्ता अंग्रेज़ी कंटेन्ट की तुलना में स्थानीय भाषा के कंटेन्ट को अधिक भरोसेमंद मानते हैं। अध्ययन में यह अनुमान लगाया गया है कि 2021 तक भारत में इंटरनेट ब्राउज़ करने वाले कुल उपभोक्ताओं में से 38% संख्या हिंदी भाषा के इंटरनेट उपभोक्ताओं की होगी। इसके साथ ही अपनी मातृभाषा में इंटरनेट उपयोग करने वालों संख्या भी तेज़ी से बढ़ेगी।
हाल ही में केपीएमजी-गूगल द्वारा कराए गए एक अध्ययन में यह पता चला है कि एक भारतीय भाषा बोलने वाले इंटरनेट उपभोक्ता अंग्रेज़ी कंटेन्ट की तुलना में स्थानीय भाषा के कंटेन्ट को अधिक भरोसेमंद मानते हैं। अध्ययन में यह अनुमान लगाया गया है कि 2021 तक भारत में इंटरनेट ब्राउज़ करने वाले कुल उपभोक्ताओं में से 38% संख्या हिंदी भाषा के इंटरनेट उपभोक्ताओं की होगी। इसके साथ ही अपनी मातृभाषा में इंटरनेट उपयोग करने वालों संख्या भी तेज़ी से बढ़ेगी।
लोगों को समझाना होगा आसान
इस नई पहल के बारे में बताते हुए तरुण माथुर, चीफ बिजनेस ऑफिसर (जनरल इंश्योरेंस) पॉलिसीबाज़ार.कॉम ने कहा, “किसी भी टू-व्हीलर मालिक के लिए अपने वाहन की सुरक्षा करने के लिए यह जानना काफी ज़रूरी है कि वो किस प्रकार का बीमा खरीद रहे हैं। हमें लगता है कि यह जानकारी अगर उनकी मातृभाषा में दी जाए तो उनके लिए इसे समझना काफी आसान हो जाएगा। विभिन्न भाषाओं वाली इस पहल से भारतीय भाषाएं बोलने वाले लोगों के लिए मोटर इंश्योरेंस संबंधी जानकारी को समझना आसान हो जाएगा। इसके साथ ही हमें एक ऐसे बाज़ार में प्रवेश करने में मदद मिलेगी जहां टू-व्हीलर इंश्योरेंस खरीदने के पहले वर्ष के बाद ही लैप्स हो जाना एक बड़ी समस्या है।”
इस नई पहल के बारे में बताते हुए तरुण माथुर, चीफ बिजनेस ऑफिसर (जनरल इंश्योरेंस) पॉलिसीबाज़ार.कॉम ने कहा, “किसी भी टू-व्हीलर मालिक के लिए अपने वाहन की सुरक्षा करने के लिए यह जानना काफी ज़रूरी है कि वो किस प्रकार का बीमा खरीद रहे हैं। हमें लगता है कि यह जानकारी अगर उनकी मातृभाषा में दी जाए तो उनके लिए इसे समझना काफी आसान हो जाएगा। विभिन्न भाषाओं वाली इस पहल से भारतीय भाषाएं बोलने वाले लोगों के लिए मोटर इंश्योरेंस संबंधी जानकारी को समझना आसान हो जाएगा। इसके साथ ही हमें एक ऐसे बाज़ार में प्रवेश करने में मदद मिलेगी जहां टू-व्हीलर इंश्योरेंस खरीदने के पहले वर्ष के बाद ही लैप्स हो जाना एक बड़ी समस्या है।”
शुरुआती चरण में कंपनी की ओर से यह बहुभाषी विकल्प सिर्फ डेस्कटॉप और मोबाइल वेबसाइट पर जाने वाले ग्राहकों के लिए ही पेश किया जाएगा।
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