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Tuesday 28 August 2018

How to make cheap drone at home with camera | सिर्फ 3 घंटे में आप घर बैठे बन सकते हैं DRONE, ये हैं ईजी प्रोसेस

How to make cheap drone at home with camera | सिर्फ 3 घंटे में आप घर बैठे बन सकते हैं DRONE, ये हैं ईजी प्रोसेस

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अगर आप कुछ नया करने का सोच रहे हैं तो घर बैठे आप अपना पर्सनल ड्रोन तैयार कर सकते हैं।




अगर आप कुछ नया करने का सोच रहे हैं तो घर बैठे आप अपना पर्सनल ड्रोन तैयार कर सकते हैं। एक अच्छा रिमोट कंट्रोल कैमरा ड्रोन 25000 रुपए से कम का नहीं आएगा, लेकिन अगर आप अपना पर्सनल ड्रोन तैयार करते हैं तो ये काम 3 से 4 हजार रुपए में हो जाएगा। इसे बनाने के लिए 3-4 घंटे का समय लगेगा। हम आपको बताने जा रहे हैं कैसे घर पर आप बना सकते हैं अपना कैमरा ड्रोन। ड्रोन बनाने के लिए लगेगा ये सामान...


सामान की लिस्ट-

1. लकड़ी के लंबे टुकड़े (आप प्लाई का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।)
2. 4 DC मोटर (210-350 रुपए में एक मोटर आएगी A2212 1400KV BRUSHLESS DC MOTOR)
3. 4 प्लास्टिक फैन ब्लेड्स 6 इंच 3 ब्लेड प्रोपेलर (100-200 रुपए में उपलब्ध, कीमत आपके फैन ब्लेड पर निर्भर होगी)
4. प्लाई के दो चौकोर टुकड़े
5. ग्लू
6. छेद करने के लिए ड्रिल या कील और हथौड़ी
7. मोटी स्क्वेयर लकड़ी जिसे प्लाई पर एक जैसे आकार में लगाया जा सके। 
8. CC3D Copter कंट्रोलर (800- 1000 रुपए के बीच)
9. Tactic TTX403 2.4GHz SLT 4-Ch Mini Transmitter (इस रेडियो की कीमत 1800 रुपए से शुरू है।) 
10. आपके पास रखा हुआ कोई भी कैमरा, इसमें पुराना डिजी कैम वीडियो मोड में डालकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। 

नोट: आप एयर कंट्रोलर, रेडियो और मोटर अपने हिसाब से सिलेक्ट कर सकते हैं। इसके हिसाब से कॉस्ट कम या ज्यादा हो सकती है।
प्लाई को बराबर चार टुकड़ों में काट लें जैसे ऊपर फोटो में दिया गया है। बेस के ऊपर लड़की के चौकोर टुकड़े लगाए गए हैं जिससे उड़ते समय प्लाई मोटर के वजन से हिले ना। स्टेप 2- अब बनाएं स्टैंड

स्टैंड के लिए हम लड़की, एल्युमीनियम, प्लास्टिक किसी भी चीज का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए प्लाई के दो चौकोर टुकड़ों को ड्रोन के बीच में 
लगाएं ऊपर और नीचे। नीचे की ओर स्टैंड बनाने के लिए लकड़ी के टुकड़ों का इस्तेमाल करें चारों ओर स्क्वेयर ब्लॉक्स लगाने से ड्रोन को उतरने में दिक्कत नहीं होगी। 

whatsapp says messages and media save on google drive are not encrypted | WhatsApp ने कहा- गूगल ड्राइव में सेव चैट बैकअप एन्क्रिप्टेड नहीं; मतलब कोई भी इन्हें देख और पढ़ सकता है

whatsapp says messages and media save on google drive are not encrypted | WhatsApp ने कहा- गूगल ड्राइव में सेव चैट बैकअप एन्क्रिप्टेड नहीं; मतलब कोई भी इन्हें देख और पढ़ सकता है

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12 नवंबर से व्हाट्सऐप एक नई सुविधा शुरू करने जा रहा है, जिससे यूजर्स को चैट बैकअप के लिए अनलिमिटेड स्टोरेज मिलेगा।इंस्टेंट मैसेजिंग कंपनी व्हाट्सऐप का कहना है कि कंपनी मैसेज और मीडिया में जो एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन देती है, वो गूगल के सर्वर पर नहीं होता। यानी कि गूगल ड्राइव में अगर यूजर्स का चैट बैकअप है, तो वो एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड नहीं है और इसको कोई थर्ड पार्टी आसानी से देख और पढ़ सकता है। 





दरअसल, व्हाट्सऐप ने गूगल के साथ एक समझौता किया है, जिसके तहत व्हाट्सऐप यूजर्स को अकाउंट का बैकअप लेने के लिए अनलिमिटेड गूगल क्लाउड स्पेस मिलेगा। इस वजह से कंपनी यूजर्स से अपना बैकअप लेने का कह रही है। व्हाट्सऐप का कहना है कि अगर कोई यूजर्स ने पिछले एक साल से अपने अकाउंट का बैकअप नहीं लिया है, तो पहले से लिया गया उसका बैकअप 12 नवंबर से डिलीट होना शुरू हो जाएगा। 


कोई भी एक्सेस कर सकता है आपका अकाउंट : व्हाट्सऐप ने एक बयान जारी कर कहा कि 'गूगल ड्राइव में सेव यूजर्स का डेटा एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड नहीं है और मैसेजेस के अलावा फोटो, वीडियो, ऑडियो फाइल्स को कोई भी व्यक्ति एक्सेस कर सकता है।'


गूगल ड्राइव में कैसे लें व्हाट्सऐप चैट का बैकअप : 
1. व्हाट्सऐप की सेटिंग में जाएं।
2. 'चैट' पर टैप करें और 'चैट बैकअप' ऑप्शन में जाएं।
3. इस पर टैप करें और व्हाट्सऐप डेटा का बैकअप बनाएं।
4. इसके बाद जीमेल अकाउंट सिलेक्ट करें और अपना बैकअप बनाएं।


गूगल ड्राइव से कैसे डिलीट करें अपना बैकअप :
1. गूगल ड्राइव खोलें और अपने जीमेल अकाउंट से लॉग-इन करें।
2. यहां पर 'सेटिंग' पर क्लिक करें और 'मैनेज ऐप्स' पर जाएं।
3. इसके बाद 'व्हाट्सऐप' सिलेक्ट कर उसका डेटा डिलीट करें।

modi govt sold toilet water in 78 cr rs | 78 करोड़ में बेचा टॉयलेट का पानी, अब उससे निकलने वाली गैस से चलती हैं 50 बसें

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bank loan against liquor | 10 करोड़ की शराब देकर उतारा बैंक का लोन, 8 करोड़ रुपए थे बकाया

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How to Save Your money from Data Thieves | डाटा चोरों से सेफ रखना चाहते हैं अपना पैसा, फॉलो करें 5 स्टेप्स

How to Save Your money from Data Thieves | डाटा चोरों से सेफ रखना चाहते हैं अपना पैसा, फॉलो करें 5 स्टेप्स

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अगर ट्राई के चेयरमैन का अकाउंट हैक किया जा सकता है। तो आम आदमी कैसे इन चोरों से बच सकता है। अगर ट्विटर पर अपना अाधार नंबर शेयर करने से ट्राई के चेयरमैन का अकाउंट हैक किया जा सकता है, तो आम आदमी कैसे इन चोरों से बच सकता है। आरबीआई और बैंक सिस्टम को मजबूत बना सकते हैं और लोगों को इसके बारे में एजुकेट और जागरूक कर सकते हैं। हालांकि अगर हम खुद ही अपना पर्सनल डाटा शेयर कर देंगे, तो इन चोरों से हमें कोई नहीं बचा पाएगा। ऐसे में हम यहां ऐसे 5 स्टेप्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें फॉलो करके आप अपने डाटा और पैसे को ऑनलाइन चोरों से बचा सकते हैं। 

 
1. वाई-फाई पासवर्ड 
 
आपकी ज्यादातर डिवाइस वाई-फाई से कनेक्ट रहती हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि आप अपने वाई-फाई को पासवर्ड प्रोटेक्टेड रखें। इसके अलावा कोशिश करें कि जब वाई-फाई का इस्तेमाल न हो तो उसे बंद कर दें और समय-समय पर उसका पासवर्ड चेंज भी करते रहें। इसके अलावा आप अपने वाई-फाई को इन्विजिबल भी कर सकते हैं। इसका ऑप्शन भी आपको मिलता है।: फ्री के चक्कर में न पड़ें 
2. ‘फ्री’ पड़ सकता है ज्यादा महंगा 
 
एक्सपर्ट अकसर सलाह देते हैं कि जहां तक हो सके पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल करने से बचें, क्योंकि जब आप पब्लिक वाई-फाई से नॉर्मल ब्राउजिंग कर रहे होंगे तो हैकर उसका इस्तेमाल आपके पैसे को चोरी करने और देश विरोधी गतिविधियों के लिए भी कर सकते हैं। इस बारे में आपको पता भी नहीं चलेगा और आपको बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। 
: फ्री वायरस से भी बचें  
3. अपने फोन को भी लॉक रखें 
 
अपने डिवाइस में हमेशा एक अच्छा एंटी वायरस रखें। फ्री सॉफ्टवेयर के चक्कर में बिल्कुल भी न पड़ें। इसके अलावा अगर इस्तेमाल में नहीं है तो अपने फोन का ब्लूटूथ बंद रखें। वहीं, आजकल ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के सभी आेटीपी फोन पर आते हैं इसलिए फोन को लॉक रखें और कोशिश करें कि पासवर्ड किसी को न बताएं।  
 : ध्यान से दें ऐन्स को एक्सेस 
4. जरूरी ऐप ही करें डाउनलोड 
 
आपको अपने फोन में ऐप डाउनलोड करते समय ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि आजकल सभी ऐप डाउनलोड होने के साथ ही आपके कॉन्टैक्ट, गैलरी, लोकेशन और यहां तक की एसएमएस तक का एक्सेस मांगते हैं। बता दें कि, ऐप एक्सेस के चलते ही फेसबुक डाटा चोरी वाले मामले में फंसा है। इसके बाद फेसबुक की परेशानी लगातार बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि आप ऐप डाउनलोड करते समय भी सावधानी बरतें। इसके अलावा सिर्फ गूगल प्ले से ही ऐप डाउनलोड करें, क्योंकि कई बार लोग लिंक से ऐप डाउनलोड करते हैं जिनमें वायरस भी होता है। 
: मेल आईडी को ऐसे करें प्रोटेक्ट 
5. अपने मेल को करें प्रोटेक्ट 
 
यह बहुत जरूरी है कि आप अपनी मेल आईडी को एक स्ट्रॉन्ग पासवर्ड से प्रोटेक्ट करें। इसके अलावा सेटिंग करें कि जब भी आप किसी नए सिस्टम पर अपना मेल आईडी खोलें तो उसे ओटीपी से वेरिफाई किया जाए, जिसका नंबर आपके मोबाइल पर आए। इससे आपको हमेशा पता रहेगा कि आपका मेल कहीं और तो नहीं खोला जा रहा है। 

Monday 27 August 2018

9 tips will keep in your mind you will Never cheat in online shopping | 9 बाताें का रखेंगे ध्यान, ऑनलाइन शॉपिंग में कभी नहीं खाएंगे धोखा

9 tips will keep in your mind you will Never cheat in online shopping | 9 बाताें का रखेंगे ध्यान, ऑनलाइन शॉपिंग में कभी नहीं खाएंगे धोखा

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कई बार ऑनलाइन शॉपिंग में लोग धोखा भी खा जाते हैं और आपकी थोड़ी सी असावधानी आपको भारी नुकसान पहुंचा सकती है।

पिछले कुछ साल में देश में ऑनलाइन शॉपिंग का ट्रेंड बढ़ा है। अब लाेग इन ई-कॉमर्स कंपनियों छोटे छोटे सामान ही नहीं। बल्कि टीवी, फ्रिज और एसी जैसी बड़ी चीजों की शाॅपिंग करने लगे हैं। यी कारण है कि कई कंपनियां अपने प्रोडक्ट को डायरेक्ट इन ई-कॉमर्स कंपनियों पर लॉन्च करती हैं और सिर्फ यहीं से उनके प्रोडक्ट को खरीदा जा सकता है। जैसे कई माेबाइल कंपनियां अपने फोन को अमेजन या फ्लिपकार्ट पर लॉन्च करती हैं। ऐसे में यह फोन इन ई कॉमर्स के अलावा सिर्फ मोबाइल कंपनियों की साइट पर ही मिलता है। 
 
इसमें कोई दो राय नहीं कि आॅनलाइन स्टोर पर आपके पास ज्यादा ऑप्शन होते हैं। लेकिन कई बार यहां लोग धोखा भी खा जाते हैं। आपकी थोड़ी सी असावधानी आपको भारी नुकसान पहुंचा सकती है। ऐसे में अगर आप भी ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं तो इन 9 बातों का ध्यान जरूर रखें।
 
ई-कॉमर्स साइट हो भरोसेमंद 
 
अगर आप आॅनलाइन शॉपिंग करते हैं तो ई-कॉमर्स कंपनी के बारे में पूरी तरह जांच कर लें। क्योंकि आज भारत में 100 से भी ज्यादा ई-कॉमर्स वेबसाइट उपलब्ध हैं। इनमें से कुछ को ही लोग अच्छी तरह से जानते हैं। जबकि कुछ सिर्फ धोखा देने का काम करते हैं। यहां पर भारी छूट दिखाई जाती है और खरीदारी करने के बाद पैसे तो कट जाते हैं लेकिन सामान नहीं आता। 
 
आॅफिशियल वेबसाइट भी देखें  
 
ई-कॉमर्स साइट के अलावा आज मोबाइल निर्माता अइपनी कंपनी की वेबसाइट से भी फोन सेल करती हैं। ऐसे में मोबाइल खरीदारी के दौरान अगर आपको थोड़ा भी शक हो तो सीधा कंपनी की वेबसाइट पर जा कर चेक करें और वहां खरीदारी की व्यवस्था है तो वहीं से फोन खरीदें। 
 
कार्ड डिटेल न करें सेव 
 
अगर आप ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं तो पेमेंट करने के दौरान अब कई कंपनियां कार्ड डिटेल्स को सेव कर लेती हैं। इससे अगली बार श्जॉपिंग के समय पेमेंट आसानी से हो जाती है। लेकिन ऐसा करने की जरूरत नहीं है। कहीं भी और किसी भी  आप अपने क्रेडिट या डेविट कार्ड के डिटेल कहीं सेव न करें। सुरक्षा के लिहाज से यह सही नहीं है।  
कैश आॅन डिलीवरी है बेस्ट 
कैश आॅन डिलीवरी 
 
आॅनलाइन खरीदारी में सबसे ज्यादा डर सामान न आने की होती है। एक बार परेशानी शुरू होती है तो फिर रुकने का नाम नहीं लेती। पैसे फंसने का डर सबसे ज्यादा होता है। ऐसे में यदि आप कोई सामान खरीद रहे हों और कैश आॅन डिलीवरी का आॅप्शन है तो आप उसी का चुनाव करें। जिससे कि सामान मिल जाने के बाद पैसे देना पड़े।
 
देखें कौन है विक्रेता 
 
फ्लिपकार्ट और अमेजन जैसी कंपनियां खुद सामान सेल नहीं करतीं। यहां अलग-अलग रिटेलर्स होते हैं जो अपने प्रोडक्ट सेल करते हैं। ये रिटेलर देश के किस कोने में बैठे हैं आपको पता नहीं चलता। ऐसे में कोशिश करें कि भरोसेमंद विक्रेता से ही आप समान खरीदें। हालांकि यह चेक करना मुश्किल हो जाता है कि भरोसेमंद कौन है। परंतु आप यह देख सकते हैं कि उसे आॅनलाइन स्टोर की ओर से विशेष दर्जा दिया गया हो। जैसे फ्लिपकार्ट पर फ्लिपकार्ट अडवांटेज, स्नैपडील पर स्नैपडील फुलफिल और अमेजन फुलफील देख सकते हैं। इन पर आप थोड़ा भरोसा कर सकते हैं।
 : लालच है सबकी जड़ 
भारी छूट के चक्कर में ना पड़ें 
 
जहां ज्यादा लालच करते हैं परेशानी वहीं से शुरू होती है। जालसाजी वाले वेबसाइट भारी छूट को ही माध्यम बनाती हैं। इसलिए अगर किसी मोबाइल पर अप्रत्याशित छूट मिल रही है तो पहले उसके बारे में पूरी जानकारी लें। नाम मॉडल नंबर आदि सबकुछ अच्छी तरह से जांचें। क्योंकि कुछ फर्जी साइट्स नाम और मॉडल नंबर में एक शब्द बदल देती हैं और लोगों को भारी छूट दिखाकर नकली सामान बेचती हैं। 
 
खरीदारी की रिसिप्ट और ईमेल संभाल कर रखें 
 
आॅनलाइन खरीदारी के बाद आपके पास ईमेल आती है और पैकेट के साथ खरीदारी की रिसिप्ट भी। इन्हें संभालकर रखना जरूरी है। जिससे कि कुछ गड़बड़ होने पर आप कार्रवाई कर सकें। 
 : गलत सामान की हो जाए डिलिवरी तो क्या करें 
तुरंत खोलें पैकेट 
 
आॅनलाइन खरीदारी में गलत सामान और धोखा-धड़ी के कई मामले सामने आए हैं। इसलिए कोशिश करें कि डिलीवरी बॉय के सामने ही पैकेट खोलें। जिससे कि गलत सामान की डिलीवरी हुई हो तो आप तुरंत कार्रवाई कर सकें। 
 
 
गलत सामान आ गया तो क्या करें 
 
अगर आपके पास गलत सामान आ गया है तो तुरंत कस्टमर केयर को सुचित करें या फिर कंपनी को ईमेल भेजें। अगर कंपनी कार्रवाई नहीं कर रही है तो आप डॉक्यूमेंट के साथ कंज्यूमर कोर्ट में जा सकते हैं। वहां तुरंत कार्रवाई होती है। इसके साथ ही आप सोशल मीडिया पर कंपनी की शिकायत कर सकते हैं।  

know the formula 144 importance in financial planning | फॉर्मूला 144 सिर्फ एक मिनट में बता देगा कहां जल्दी 4 गुना होगा आपका पैसा, जान लें होगा फायदा

know the formula 144 importance in financial planning | फॉर्मूला 144 सिर्फ एक मिनट में बता देगा कहां जल्दी 4 गुना होगा आपका पैसा, जान लें होगा फायदा

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इसके जरिए आसानी से पता कर सकते हैं कि आपका निवेश सबसे कम समय में कहां 4 गुना हो जाएगा।

हर कोई चाहता है वह अपने पैसे उस जगह निवेश करे, जहां कम से कम समय में ज्यादा फायदा मिले। आज के दौर में बैंक, पोस्ट ऑफिस से लेकर सरकारी बॉन्ड व म्युचुअल फंड की कई पॉपुलर स्कीम हैं। आप अलग-अलग स्कीम में   मिलने वाले रिटर्न का तो पता लगा सकते हैं, लेकिन यह जानना मुश्किल हो जाता है कि किस स्कीम में आपका पैसा कितनी जल्दी बढ़कर 4 गुना, 3 गुना या 2 गुना हो जाएगा। 

ऐसे में हम आपको एक खास फॉर्मूला बता रहे हैं, जिसके जरिए आप आसानी से यह पता कर सकते हैं कि आपका निवेश सबसे कम समय में कहां 4 गुना हो जाएगा। यह फॉर्मूला है रूल ऑफ 144 का। इसके जरिए आपको य‍ह पता करने में सिर्फ 1 मिनट ही लगेगा। जिसके आधार पर आप बेहतर स्कीम का चुनाव कर पाएंगे। आगे पढ़ें, क्या है रूल ऑफ 144 का फॉर्मूला ...

फॉर्मूला 144

फाइनेंस का यह खास नियम है रुल ऑफ 144। एक्सपर्ट्स इसे सबसे सटीक रूल मानते हैं, जिससे यह तय किया जाता है कि आपका निवेश कितने दिनों में 4 गुना हो जाएगा।  
इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि अगर आपने किसी खास स्कीम का चयन किया है, जहां आपको 8 फीसदी सालाना के हिसाब से कंपाउंडिंग इंटरेस्ट रेट मिलता है।
- ऐसे में आपको रूल 144 के तहत 144 में 8 का भाग देना होगा।
- 144/8= 18 साल, यानी इस स्कीम के तहत आपके पैसे 18 साल में 4 गुने हो जाएंगे।
- 144 का चुनाव कई लिहाज से सुविधाजनक है। यह ब्याज दर के हिसाब से अवधि का सटीक आंकलन कर देता है और इसमें 6 से 10 फीसदी की ब्याज दर के हिसाब से भी अवधि निकालने में भी आसानी रहती है।
 कैसे जानेंगे कहां जल्दी 3 गुना होगा आपका पैसा
फॉर्मूला 114

अगर आपको पता करना है कि आपके पैसे किस स्कीम में जल्दी बढ़कर 3 गुना हो जाएंगे, तो फाइनेंस का यह खास नियम है रुल ऑफ 114. एक्सपर्ट्स इसे सबसे सटीक रूल मानते हैं, जिससे यह तय किया जाता है कि आपका निवेश कितने दिनों में 3 गुना हो जाएगा।  
इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि अगर आपने किसी खास स्कीम का चयन किया है, जहां आपको 10 फीसदी सालाना के हिसाब से कंपाउंडिंग इंटरेस्ट रेट मिलता है।
- ऐसे में आपको रूल 114 के तहत 114 में 10 का भाग देना होगा।
- 114/10= 11.4 साल, यानी इस स्कीम के तहत आपके पैसे 11.4 साल में 3 गुने हो जाएंगे।
 कैसे जानेंगे कहां जल्दी 2 गुना होगा आपका पैसा .....
रूल ऑफ 72

फाइनेंस का यह खास नियम है रूल ऑफ 72. एक्सपर्ट्स इसे सबसे सटीक रूल मानते हैं, जिससे यह तय किया जाता है कि आपका निवेश कितने दिनों में डबल हो जाएगा।
इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि अगर आपने बैंक के एक खास स्कीम का चयन किया है, जहां आपको 8 फीसदी सालाना के हिसाब से कंपाउंडिंग इंटरेस्ट रेट मिलता है।
- ऐसे में आपको रूल 72 के तहत 72 में 8 का भाग देना होगा।
- 72/8= 9 साल, यानी इस स्कीम के तहत आपके पैसे 9 साल में दोगुने हो जाएंगे।

tips of business loan : which documents require for bank loan | आसानी से मिल जाएगा 10 लाख तक का लोन, लेकिन 6 बातों का रखें ध्‍यान

tips of business loan : which documents require for bank loan | आसानी से मिल जाएगा 10 लाख तक का लोन, लेकिन 6 बातों का रखें ध्‍यान

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9 करोड़ लोगों को मिल चुका है मु्द्रा लोन, आप भी करें अप्‍लाई

छोटे कारोबारियों को आसानी से लोन देने के लिए मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री मुद्रा स्‍कीम की शुरुआत की थी। सरकार का दावा है कि 9 करोड़ से अधिक लोगों ने मुद्रा लोन लिया है और कोई भी व्‍यक्ति जो अपना बिजनेस शुरू करना चाहता है या बिजनेस का बढ़ाना चाहता है तो वह मुद्रा लोन ले सकता है। आप भी मौके का फायदा उठा कर मुद्रा लोन लेना चाहते हैं तो आपके लिए कुछ बातें जानना जरूरी है। हो सकता है कि अपनी किसी गलती की वजह से आपको मुद्रा लोन नहीं मिल पाए। 


आज हम आपको ऐसी छोटी-छोटी गलतियों की जानकारी दे रहे हैं, जिससेेआप मुद्रा लोन लेने से वंचित रह सकते हैं। इसलिए आपको ये गलतियां नहीं करनी चाहिए। 

दस्‍तावेजों का रखें ध्‍यान 
यदि आप नया बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आप यह सुनिश्चित कर लें कि आपके एजुकेशनल, टेक्निकल या प्रोफेशनल एजुकेशन से संबंधित पूरे दस्‍तावेज हैं या नहीं। इन दस्‍तावेजों को जरूर लोन एप्‍लीकेशन के साथ लगाएं। लेकिन यदि आप अपने बिजनेस को बढ़ाना चाहते हैं तो दस्‍तावेजों का विशेष ध्‍यान रखें। अपनी बैलेंस सीट, टैक्‍स सर्टिफिकेट, बिजनेस के सर्टिफिकेट पूरी तरह से चेक करके लगाएं। 

अप्‍लाई करते वक्‍त ध्‍यान 
जब आप लोन के लिए अप्‍लाई करते हैं तो आपको यह ध्‍यान रखना होगा कि आप जिस क्षेत्र में अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, उसकी बेसिक जानकारी आपको होनी चाहिए। लेकिन यदि आप यह साबित नहीं कर पाते हैं कि उस बिजनेस की बेसिक जानकारी आपको है तो आप की एप्‍लीकेशन कैंसिल हो सकती है। 

बैंक स्‍टेटमेंट का रखें ध्‍यान 
मुद्रा लोन लेते वक्‍त आपको अपने बैंक अकाउंट की स्‍टेटमेंट भी देनी होगी। ऐसे में, यदि स्‍टेटमेंट में कोई गड़बड़ी दिखती है तो बैंक आपको मुद्रा लोन देने से मना कर सकता है। 

क्रेडिट हिस्‍ट्री का रखें ध्‍यान 
अगर आप मुद्रा लोन लेने जा रहे हैं तो सबसे पहले यह जान लें, बैंक अन्‍य अनसिक्‍योर्ड लोन की तरह मुद्रा लोन देते वक्‍त आपके क्रेडिट हिस्‍ट्री का खास ध्‍यान रखती हैं। इसलिए आप सबसे पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आपने अपने क्रेडिट कार्ड का पेमेंट समय पर किया है या नहीं। या आप पहले से किसी लोन की ईएमआई समय से भर रहे हैं या नहीं। इस वजह से आपका सिबिल स्‍कोर कम हो सकता है, इसलिए मुद्रा लोन अप्‍लाई करने से पहले अपने सिबिल स्‍कोर सुधारने का प्रयास करें। 
  10 लाख तक का लोन ले रहे हैं तो .. अगर आपको अपना बिजनेस शुरू करने या डेवलप करने के लिए 10 लाख रुपए तक का लोन चाहिए तो आप तरुण स्‍कीम के तहत अप्‍लाई कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको जरूरी कागजात के अलावा दो साल का इनकम टैक्‍स रिटर्न भी एप्‍लीकेशन के साथ देनी होगी। ऐसा न करने पर बैंक आपको लोन देने से मना कर सकते हैं। 

... ध्‍यान से भरें फॉर्म 
अगर आप मुद्रा लोन के लिए अप्‍लाई कर रहे हैं तो आप यह अवश्‍य देख लें कि फॉर्म में पूछे सभी प्रश्‍नों का जवाब दिया गया है। बैंक ने जिन औपचारिकताओं के बारे में निर्देश दिया है, उनका पालन आपने कर लिया है या नहीं। 

Know your car price, Car price in India, Used car price in India | 10 सेकंड में पता करें सेकंड हैंड कार-बाइक की कीमत, खरीदने-बेचने दोनों में होगा फायदा

Know your car price, Car price in India, Used car price in India | 10 सेकंड में पता करें सेकंड हैंड कार-बाइक की कीमत, खरीदने-बेचने दोनों में होगा फायदा

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पता कर सकते हैं 15 से 16 साल में बने करीब 1000 मॉडल्स और 4000 वेरिएंट्स की कीमत

देश की बड़े ऑनलाइन ऑटोमोबाइल ट्रांसजैक्शन मार्केटप्लेस ड्रूम ने दो साल पहले यूनिक प्राइसिंग इंजन ऑरेज बुक वैल्यू (OBV) को पेश किया था। किसी भी यूज्ड ऑटोमोबाइल की सही मार्केट वैल्यू बताने का वादा करने वाले OBV प्लेटफॉर्म का यूजर बेस 28 माह के भीतर ही 20 करोड़ हो गया है। ड्रूम ने जारी बयान में कहा है कि कार बायर्स या कार डीलर्स मात्र 10 सेकंड में किसी भी व्हीकल की मार्केट वैल्यू जान सकते हैं। कंपनी ने कहा कि 20 करोड़ यूजरबेस के साथ OBV भारत का तीसरा सबसे बड़ी सर्च इंजन बन गया है। कंपनी ने कहा कि पहले 10 करोड़ यूजर्स ऑपरेशन शुरू होने के पहले 20 माह में ही बन गए थे जबकि अगले 10 करोड़ यूजर्स आखिरी के 8 माह में जुड़े हैं।



कंपनी ने क्या कहा

OBV की पॉपुलेरिटी पर ड्रूम के फाउंडर और सीईओ संदीप अग्रवाल ने कहा कि लाखों भारतीय अपने व्हीकल्स को बेचने या खरीदने से पहले यूनिक और फायदेमंद प्रोडक्ट OBV पर भरोसा कर रहे हैं। यह देखकर बेहद खुशी हो रही है। OBV से प्री-ओनड व्हीकल्स को बिना परेशानी खरीदना और बेचना ही आसान नहीं हुआ है बल्कि इससे यूज्ड व्हीकल्स के सर्च टाइम और सर्च कॉस्ट भी कम हो गया है। OBV की मदद से हम व्हीकल की कीमत तय करने से पहले स्टेटिस्टिकल प्रमाण के आधार पर चेकप्वाइंट, एल्गॉरिदम के आधार पर प्राइसिंग और इंडस्ट्रियल ट्रेंड को चेक करते हैं।

करीब 1000 मॉडल्स का डाटा

ड्रूम के OBV पर हर महीने करीब 1.5 करोड़ यूजर्स यूज्ड व्हीकल की फेयर मार्केट वैल्यू पता कर रहे हैं। यहां कारों, मोटरसाइकिल, स्कूटर, बाइसिकल्स और प्लेन जैसे व्हीकल कैटेगरीज को शामिल किया गया है। प्लेटफॉर्म पर बीते 15 से 16 साल में बने करीब 1000 मॉडल्स और 4000 वेरिएंट्स को कवर किया गया है।
कैसे होता है काम

आप OBV के प्लेटफॉर्म पर जा कर अपना मकसद यानी खरीदने या बेचने के ऑप्शन को चुनें। इसके बाद, व्हीकल की कैटेगरी (कार, बाइक, स्कूटर, प्लेन) को सेलेक्ट करें। फिर विभिन्न पैरामिटर जैसे मॉडल, मॉडल का साल, मॉडल का वेरिएंट और मॉडल की कंडीशन को भरें। यह सब करने के बाद आपको व्हीकल का फेयर मार्केट वैल्यू पता चल जाएगा।
 किस-किस के लिए फायदेमंद

-बायर्स और सेलर्स को व्हीकल की सही कीमत का अंदाजा लग सकता है। ऐसे में बिचौलियों को दी जाने वाला मार्जिन का भी पता चल जाएगा। वहीं, मोल-भाव करना भी आसान हो जाएगा।
-कार डीलर्स के लिए भी यूज्ड व्हीकल की कीमत का पता आसान से चल जाएगा।
-बैंक और एनबीएफसी भी व्हीकल को साइट ऑफ करने से पहले इसका यूज कर सकते हैं।
-इंश्योरेंस कंपनियां किसी भी यूज्ड व्हीकल का सही एश्योर्ड डिक्लेयर वैल्यू (IDV) पता कर सकते हैं।

experts claims, NBFCs to create up to 3 lakh jobs in small cities, latest job news, NBFC recruitment 2018, where i can get job easier way in india | छोटे शहरों में आने वाली हैं बंपर नौकरियां, मिलेगा 3 लाख लोगों को रोजगार

experts claims, NBFCs to create up to 3 lakh jobs in small cities, latest job news, NBFC recruitment 2018, where i can get job easier way in india | छोटे शहरों में आने वाली हैं बंपर नौकरियां, मिलेगा 3 लाख लोगों को रोजगार

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NBFCs करेंगी बंपर हायरिंग, 5 साल तक अनुभव वालों को मिलेगा मौका, टेक्नोलॉजी प्रोफेशनल्स की भी होगी जरूरत... आने वाले एक साल में टीयर-2 से लेकर टीयर-5 शहरों में नौकरियों के बंपर मौके पैदा होंगे। एक्सपर्ट्स का मानना है कि नौकरियों के ये मौके नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां  यानी  NBFCs में  पैदा होंगे। इस सेक्टर में आने वाले एक साल में 35 से 40 फीसदी की हायरिंग ग्रोथ देखी जा सकती है।  NBFCs कंपनियां छोटे शहरों में अपना कारोबार तेजी के साथ बढ़ा रही हैं।  इसके चलते यहां 2.5 से 3 लाख नौकिरयों के नए मौके पैदा होंगे। 



NBFCs को मिलेगा बैंक NPA का फायदा 
एक्सपर्ट्स का मानना है कि ऐसे समय में जब बैंक NPA यानी नॉन परफॉर्मिंग एसेट‌्स के बोझ तले दबे हुए हैं, उस दौर में NBFC बैंकिंग नहीं करने वाले (unbanked) कस्टमर्स में अपना बेस बढ़ा रहे हैं। इसकी वजह से हाल में इस सेक्टर में काफी तेज ग्रोथ देखी गई है। यही वजह है कि टीयर-2 शहरों में हायरिंग गतिविधियां बढ़ सकती हैं।  NBFC कंपनियां यहां सेल्स, कलेक्शन, और रिस्क से जुड़ी हायरिंग को बढ़ा सकती हैं। 
 
कंज्यूमर डिमांड को पूरा कर सकते हैं NBFCs
टीमलीज में रीक्रूटमेंट से जुड़ी सेवाओं के प्रमुख, अजय शाह के मुताबिक, जहां एक ओर बैंक NPA से जूझ रहे हैं, वहीं NBFCs बढ़ती कंज्यूमर डिमांड को पूरा करने का बेहतरीन जरिया साबित हो रहे हैं।  बैंकिंग नहीं करने वाले (unbanked) कस्टमर्स बेस को अपनी ओर खींचने की क्षमता के चलते ही NBFCs में यह ग्रोथ देखी जा रही है। 
 
 5 साल तक के अनुभव वालों को सबसे ज्यादा फायदा 5 साल तक के अनुभव वालों को सबसे ज्यादा फायदा 
इस सेक्टर में इनोवेशन और ग्रोथ बढ़ने के चलते  पीयर टू पीयूर (P2P) लेंडिंग प्लेटफॉर्म जैसे कई तरह के नए बिजनेस मॉडल खड़े हो रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि हायरिंग ग्रोथ के मामले में इस सेक्टर में 30 से 40 फीसदी की ग्रोथ देखी जा सकती है। अर्धशहरी तथा ग्रामीण इलाकों में बढ़ती पहुंच के चलते टीयर-2 से लेकर टीयर 5 तक के शहरों में ज्यादा नौकरियों के मौके बनेंगे। शाह के मुताबिक, 0 से 5 साल तक के अनुभव वाले लोगों के लिए यहां सबसे ज्यादा मौके बनेंगे।  कस्टमर सर्विस, ऑपरेशन एंड क्रेडिट एंड कलेक्शन में डिमांड काफी ऊंची है, ऐसे में NBFC का फोकस इन जगहों पर अनुभवी लोगों की तैनाती पर होगा।
 
  
NBFCs पैदा करेंगी 3 लाख तक नौकरियां 
स्पेशियलिस्ट स्टाफिंग कंपनी Xpheno के को-फाउंडर कमल करात के मुताबिक, आने वाले एक साल में NBFCs करीब 2.5 से 3 लाख के बीच नौकरियां पैदा करेंगी। इसमें से ज्यादातर नौकरियां सेल्स, कलेक्शन और अंडरराइटिंग रिस्क से जुड़ी होंगी। करात के मुताबिक, इसके अलावा NBFCs को टेक्नोलॉजी प्रोफेशनल्स की भी जरूरत पड़ेगी। इसके तहत सीटीओ, डिजिटल मार्केटिंग, एप डेवलपर, यूआई/यूएक्स डेवलपर की जरूरत सबसे ज्यादा होगी। 

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Saturday 25 August 2018

how to apply for Ayushman Mitra Job here is full process, Ayushman Mitra Bharti Recruitment 2018, what is salary of ayushman mitra | सितंबर में शुरू होगी 1 लाख आयुष्मान मित्र की भर्ती, जानें भर्ती का पूरा प्रॉसेस

how to apply for Ayushman Mitra Job here is full process, Ayushman Mitra Bharti Recruitment 2018, what is salary of ayushman mitra | सितंबर में शुरू होगी 1 लाख आयुष्मान मित्र की भर्ती, जानें भर्ती का पूरा प्रॉसेस

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देश की सबसे बड़ी नौकरी- एक लाख आयुष्मान मित्र की भर्ती, 12वीं पास भी कर सकते हैं अप्लाई

केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना के लिए एक लाख आयुष्मान मित्र (Ayushman Mitra) की भर्ती  (Recruitment) की प्रक्रिया अलगे महीने यानी सितंबर में शुरू होगी।  इस योजना से जुड़े अधिकारियों की ओर से moneybhaskar.com को मिली जानकारी के मुताबिक, सरकार अलग-अलग प्राइवेट एजेंसियों के जरिए इनकी भर्ती करेगी। स्वास्थ्य मंत्रालय को उम्मीद है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत आने वाले 5 साल में करीब 10 लाख नौकरियों के मौके पैदा होंगे।  



क्या होगा आयुष्मान मित्र का काम 
आयुष्मान मित्र को सरकारी और निजी अस्पतालों में तैनात किया जाएगा। मरीज की डीटेल चेक  करना, उनकी समस्याओं का निवारण करना, उनके बिल को क्लीयर कराने का काम इसी स्वास्य मित्र का होगा। एक तरह से कहें तो मरीजों को इसी स्वास्थ्य मित्र के जरिए ही अस्पतालों में इलाज मिल सकेगा। स्वास्थ्य मित्र के ऊपर एक नोडल अधिकारी होगा। 

कितनी होगी सैलरी 

कुछ मीडिया रिपोर्ट का दावा है कि आयुष्मान मित्र को 15 हजार रुपए महीने की सैलरी मिलेगी। हालांकि मनीभास्कर को मिली जानकारी के मुताबिक, आयुष्मान मित्र के लिए कोई सैलरी तय नहीं की गई है। सैलरी राज्य, शहर और इलाके के हिसाब से कम ज्यादा हो सकती है।  
 आयुष्मान मित्र बनने की योग्यता और चयन  के प्रॉसेस के बारे में..... 
क्या होगी योग्यता 

आयुष्मान मित्र बनने की न्यूनतम योग्यता 12वीं पास होगी। मतलब अगर आप 12वीं पास हैं तो आयुष्मान मित्र बन सकते हैं। हालांकि इसके साथ ही कंप्यूटर की बुनियादी जानकारी होना बेहद जरूरी है। अधिकतम उम्र की कोई सीमा नहीं होगी। हालांकि 30 साल के आप पास के लोगों को वरीयता दी जाएगी। न्यूनतम उम्र 18 साल होगी। 

 आयुष्मान मित्र बनने के चयन के प्रॉसेस के बारे में..... 
चयन का प्रॉसेस 

अधिकारियों का कहना है कि आयुष्मान मित्र की सरकार सीधी भर्ती नहीं करेगी। सरकार इसके लिए मैन पॉवर सप्लाई करने वाली कंपनियों की मदद लेगी। मैन पावर सप्लाई करने वाली कंपनियों का चयन बिडिंग के आधार पर किया जाएगा। अलग-अलग इलाकों में बिडिंग के जरिए कंपनियों को यह काम दिया जाएगा। बिडिंग में सफल होने वाली कंपनी ही स्वास्थ्य मित्र की भर्ती करेगी। यहीं नहीं आयुष्मान मित्र सरकार की जगह कंपनी के कर्मचारी कहलाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि आने वाले हफ्ते में कंपनियों के लिए टेंडर जारी कर दिया जाएगा। सितंबर के पहले हफ्ते में कंपनियों क चुनाव हो जाएगा। वहीं दूसरे हफ्ते से आयुष्मान मित्र की भर्ती शुरू होगी। अगर कोई आयुष्मान मित्र बनना चाहता है तो उसे इन्हीं कंपनियों से संपर्क करना होगा।  
 
चयनित लोगों को सरकार देगी ट्रेनिंग 
हालांकि एक बार आयुष्मान स्कीम के लिए चयनित हो जाने के बाद सरकार इन लोगों को स्किल डेवलपमेंट के तहत ट्रेनिंग देगी। इसके बाद इन लोगों को यह योजना लागू कराने का काम दिया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि साल 2018 में ही 20 हजार स्वास्थ्य मित्रों की भर्ती होगी। 

how to set up startup in rajasthan, how to register as startup in Rajasthan govt istart program | सरकार खुद खुलवाएगी ऑफिस और बिजनेस के लिए देगी पैसा, अगर आपके पास है आइडिया

how to set up startup in rajasthan, how to register as startup in Rajasthan govt istart program | सरकार खुद खुलवाएगी ऑफिस और बिजनेस के लिए देगी पैसा, अगर आपके पास है आइडिया

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स्टार्टअप को फ्री में मिल रहा ऑफिस, पैसा, गाइडेंस और सपोर्ट, आइडिया में है दम तो खड़ा करें अपना बिजनेस..

राजस्थान सरकार स्टार्टअप को प्रमोट करने के लिए istart प्रोग्राम चला रही है, जहां स्टार्टअप्स को बहुत सी सहूलियत फ्री में दी जाती है।
अगर आपके पास इनोवेटिव आइडिया है, लेकिन ऑफिस, पैसा और गाइडेंस जैसे बाकी संसाधन नहीं है तो, राजस्थान सरकार आपके आइिडया को स्टार्टअप में बदलने में आपकी मदद करेगी। राजस्थान सरकार ने अपने istart प्रोग्राम के तहत राजधानी जयपुर में हाल में भामाशाह इन्क्यूबेशन सेंटर खोला है।  प्रोजेक्ट से जुड़े राजस्थान सरकार के अधिकारियों का दावा है कि स्टार्टअप्स के लिए उनकी सरकार की ओर से शुरू किया गया istart प्रोग्राम देश के किसी भी राज्य में शुरु किए प्रोग्राम से बेहद खास है।



एक ही छत के नीचे सारे सॉल्यूशन 
इस प्रोग्राम के तहत जो भी इन्क्यूबेशन सेंटर खोले गए हैं, वहां एक ही छत के नीचे स्टार्टअप्स को सारे सॉल्यूशन दिए जाते हैं।  मौजूदा समय में राजस्थान सरकार जोधपुर, उदयपुर कोटा और जयपुर में इस तरह के इन्क्यूबेशन सेंटर चला रही है। सरकार की ओर से जयपुर में हाल में शुरू किए गए इन्क्यूबेशन सेंटर में मनीभास्कर की टीम ने भी विजिट किया। इस दौरान हमसे बातचीत में राजस्थान सरकार में इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट के प्रिंसिपल सेक्रेटरी निखिल अरोड़ा ने बताया कि हमारा मकसद स्टार्टअप्स को जीरो से शुरूआत करने में मदद करना है। 

ताकि कोई आइडिया दम ना तोड़े...  
अरोड़ा के मुताबिक,  आम तौर पर जब तक कोई स्टार्टअप लोगों की नजर में आता है तब तक वह अपनी 40 फीसदी जिंदगी जी चुका होता है। हालांकि इससे पहले उसे जो संघर्ष करना पड़ता है, उसे बेहद कम लोग ही जानते हैं। बहुत से स्टार्टअप्स ऐसे होते हैं, जिनके आइडिया सोसायटी और लोगों के लाइफ  बदलने की पूरी क्षमता भी होती है, लेकिन उन्हें शुरुआत में किसी तरह का सपोर्ट नहीं मिलने के चलते ऐसे स्टार्टअप्स पैदा होने से पहले ही दम तोड़ देते हैं।  इसी को देखते हुए हम पहले स्टेप से मदद करते हैं। ताकि कोई आइडिया पैदा होने से पहले ही दम ना तोड़ दे। 

आपके पास आइडिया है तो राजस्थान आइए 
अरोड़ा के मुताबिक, अगर किसी के भी पास आइडिया है तो वह हमारे इस प्रोग्राम से जुड़ सकता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस स्टेट या शहर में रहते हैं। अगर आपके पास आइडिया है तो राजस्थान आइए, हमसे जुड़िए और ऑफिस से लेकर गाइडेंस तक की सारी सुविधा मुफ्त मुहैया कराएंगे। आइए जानते हैं इन्हीं सुविधाओं के बारे में और अगर आपके पास आइडिया है तो कैसे इस प्रोग्राम के जरिए आप जुड़ सकते हैं....  


रजिस्ट्रेशन और शुरुआती फंडिंग के साथ 2 साल मिलेगा फ्री ऑफिस स्पेस 
रजिस्ट्रेशन और शुरुआती फंडिंग 
istart प्रोग्राम के तहत स्टार्टअप्स को रिजस्ट्रेशन और शुरुआती फंडिंग की भी व्यवस्था दी जाती है। आइडिया के आधार पर आप अधिकारियों से संपर्क  कर शुरुआती 2 लाख रुपए की सीड फंडिंग के साथ फ्री में कंपनी का रिजस्ट्रेशन करा सकते हैं। मतलब आप सिर्फ आइडिया लेकर आइए और पसंद आया तो आपका स्टार्टअप शुरू।  

2 साल तक फ्री ऑफिस स्पेस 
किसी भी स्टार्टअप के लिए दूसरी बड़ी चिंता ऑफिस की होती है। अरोड़ा के मुताबिक, राजस्थान सरकार 2 साल तक अपने इन्क्यूबेशन सेंटर में स्टार्टअप्स को फ्री में को-वर्किंग स्पेस मुहैया कराती है। ये को-वर्किंग स्पेस कंप्यूटर, इंटरनेट जैसी बुनियादी सुविधाओं से लैस हैं। मतलब आप यहां आइए और काम करिए। 
 एक स्टार्टअप को 25 लाख रुपए तक की फंडिंग 
25 लाख तक का वेंचर कैपिटल 
स्टार्टअप शुरू होने और ऑफिस खुलने के बाद अब स्टार्टअप के सामने तीसरी बड़ी समस्या फंडिंग की होती है। प्रोग्राम के तहत स्टार्टअप को 25 लाख तक की फंडिंग की जाती है। आम तौर पर यह राशि मार्केट में वेंचर कैपिटल फंड कंपनियों की ओर से जुटाई गई रकम का 25 फीसदी होती है। पर अधिकतम रकम 25 लाख है। राज्य सरकार के फंडिंग के लिए 500 करोड़ रुपए का फंड बनाया है। 

गाइडेंस के लिए मेंटरशिप प्रोग्राम 
इसके अलावा गाइडेंस  के लिए अलग से मेंटरशिप प्रोग्राम चलाया जाता है। जहां देश और दुनिया के बेहद सफल सटार्टअप्स से जुड़े लोग आपकी मदद करते हैं। यहां फंड जुटाने से लेकर ब्रांडिंग और प्रोडक्ट चलाने जैसी बुनियादी चीजें सिखाई जाती हैं।  स्टार्टआप का हर तीन महीने बाद रीव्यू भी किया जाता है, ताकि यह पता चल सके कि स्टार्टअप सही दिशा में काम कर रहा है कि नहीं। अरोड़ा के मुताबिक, इन सब कामों में सरकार या सरकारी अधिकारियों का कोई दखल नहीं है। इसके लिए इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का पैनल इसकी निगरानी करता है। 

अगर अपना स्टार्टअप खोलना चाहते हैं तो कैसे करें अप्लाई  
कैसे करें अप्लाई 

अगर आपके पास आइडिया है और आप istart प्रोग्राम के तहत खुद को रजिस्टर कराके स्टार्टअप खोलना चाहते हैं तो  सबसे पहले आपको istart.rajasthan.gov.in पर जाना होगा। यहां आप ऊपर बने स्टार्टअप के कॉलम पर जाएं। यहां आपको स्टार्टअप रिजस्ट्रेशन यूजर्स मैन्यूअल का ऑप्शन मिलेगा। क्लिक करने पर आपको बाकी की जानकारी मिल जाएगा। अगर आप खुद को सीधा रजिस्टर करना चाहते हैं तो sso.rajsthan.gov.in/register पर साइनअप कर सकते हैं। आप राजस्थान के जयपुर, उदयपुर, कोटा और जोधपुर शहरों में बनें इन्क्यूबेशन सेंटर्स पर सीधा संपर्क कर सकत हैं। इसका पता आपको istart.rajasthan.gov.in पर मिल सकता है। 




modi govt propossed gold saving account | मोदी सरकार ला रही है नया बैंक अकाउंट, मिलेगा डबल फायदा

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Friday 24 August 2018

You need money for festival these 3 apps helps you | त्योहार पर है पैसों की जरूरत, एडवांस में सैलरी देंगे ये 3 ऐप

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रक्षाबंधन आ गया है और महीने के आखिर में जेब खाली हो जाती है। ऐसे में छोटा लोन देने के लिए ये ऐप कर सकते हैं यूज।आज भारत में डिजिटल इंडिया का दौर चल रहा है। यही कारण है कि सभी लोग स्मार्टफोन यूज करते हैं चाहे बैंकिंग का काम हो या रेल टिकट और फ्लाइट के लिए टिकट बुक कराना हो। लोग अब सभी काम ऑनलाइन करना ही पसंद करते हैं। यही कारण है कि‍ बैंक भी अपने मोबाइल ऐप पर जरूरी दस्तावेज जमा करवाकर सेवाएं उपलब्ध करवा रहे हैं। ऐसे में रक्षाबंधन आ गया है और महीने के आखिर में सभी की जेब खाली हो जाती है। इसके चलते अगर आप कर्ज लेने के लिए बैंक से अलग कोई विकल्प तलाश रहे हैं तो यह ऐप आपके काम आ सकते हैं। क्योंकि यह ऐप 'तुरंत' लोन देते हैं। होम लोन, कार और बाइक लोन के अलावा पर्सनल लोन जैसी सेवाओं के साथ कुछ ऐप का इस्तेमाल आजकल ट्रेंड में है। 

 
आज हम आपको ऐसे ऐप के बारे में बता रहे हैं जो जरूरी दस्तावेज अपलोड करने के बाद सिबिल स्कोर के आधार पर आपका क्रेडिट स्कोर जांचते हैं और योग्य पाए जाने पर तय समयसीमा के भीतर आपको लोन उपलब्ध करा देते हैं। आइए जानें ऐसे 3 ऐप के बारे सैलरी मिलती है तो आपके लिए है PaySense   
 
गूगल प्लेस्टोर पर इस ऐप की रेटिंग भी 4 प्लस है। PaySense आपको किसी 
भी इमर्जेंसी के लिए लोन उपलब्ध कराता है। इस ऐप की शुरुआती शर्त यह है कि‍ आवेदक वेतनभोगी कर्मचारी होना चाहिए और वह अपने बैंक एकाउंट में कम से कम 15,000 रुपए प्रतिमाह सैलरी पाता हो। आवेदक की उम्रसीमा 21 साल से 60 साल के बीच होनी चाहिए। इसके बाद यह ऐप आपको 3 से 4 वर्किंग डे के भीतर लोन उपलब्ध करा देता है। वहीं, पेसेंस ऐप का करार एनबीएफसी (नॉन बैंकिंग फाइनैंशियल कॉर्पोरेशन) से है। एनबीएफसी दरअसल रिजर्व बैंक से संबद्ध संस्था है। 
आगे पढ़ें : आराम से मिलेगा 2 लाख तक का लोन CASHe – Instant Personal Loans 
 
इस ऐप को अब तक 5 लाख से ज्यादा लोग इस्तेमाल कर चुके हैं और गूगल प्ले स्टोर पर इसकी रेटिंग 4 प्लस है। यह ऐप आवेदक को 10,000 से 2 लाख रुपए तक का लोन दिला सकता है। ऐप का दावा है कि नियम और शर्तों के मुताबिक अगर आवेदक योग्य पाया जाता है तो बिना पेपरवर्क और समय खपाए कुछ ही मिनट में लोन अप्रूव हो जाएगा। यह ऐप भानिक्स फाइनैंस एंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड से लोन दिलाता है। भानिक्स फाइनैंस एनबीएफसी से संबद्ध है। 
आगे पढ़ें : स्टूडेंट्स की मदद करता है यह ऐप mPokket 
 
mPokket  ऐप स्टूडेंट्स के बीच खासा प्रसिद्ध है। ऐप की सबसे खास बात यह है कि यह जरूरत पड़ने पर स्टूडेंट्स के पेटीएम में सीधे कर्ज की राशि पहुंचाने का दावा करता है। गूगल प्लेस्टोर पर 4.5 से ज्यादा की रेटिंग वाला यह ऐप जरूरत के समय आपको छोटा लोन मुहैया करवा सकता है।
 
नोट : इन ऐप का नि‍जी इस्‍तेमाल नहीं कि‍या गया है। हमने सि‍र्फ प्‍लेस्‍टोर के यूजर और उनके फीडबैक के आधार पर यह लि‍स्‍ट तैयार की है। क्‍योंकि‍ कि‍सी को भी अचानक फाइनेंसल क्राइसि‍स आ सकती है। ऐसे में इन ऐप के इस्तेमाल से अगर आपको कोई मदद हो सकती है और आपका अनुभव अच्‍छा रहता है तो आप अपने अनुभव को कमेंट या फि‍र फेसबुक पर हमारे साथ साझा कर सकते हैं। 
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