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NBFCs करेंगी बंपर हायरिंग, 5 साल तक अनुभव वालों को मिलेगा मौका, टेक्नोलॉजी प्रोफेशनल्स की भी होगी जरूरत... आने वाले एक साल में टीयर-2 से लेकर टीयर-5 शहरों में नौकरियों के बंपर मौके पैदा होंगे। एक्सपर्ट्स का मानना है कि नौकरियों के ये मौके नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां यानी NBFCs में पैदा होंगे। इस सेक्टर में आने वाले एक साल में 35 से 40 फीसदी की हायरिंग ग्रोथ देखी जा सकती है। NBFCs कंपनियां छोटे शहरों में अपना कारोबार तेजी के साथ बढ़ा रही हैं। इसके चलते यहां 2.5 से 3 लाख नौकिरयों के नए मौके पैदा होंगे।
NBFCs को मिलेगा बैंक NPA का फायदा
एक्सपर्ट्स का मानना है कि ऐसे समय में जब बैंक NPA यानी नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स के बोझ तले दबे हुए हैं, उस दौर में NBFC बैंकिंग नहीं करने वाले (unbanked) कस्टमर्स में अपना बेस बढ़ा रहे हैं। इसकी वजह से हाल में इस सेक्टर में काफी तेज ग्रोथ देखी गई है। यही वजह है कि टीयर-2 शहरों में हायरिंग गतिविधियां बढ़ सकती हैं। NBFC कंपनियां यहां सेल्स, कलेक्शन, और रिस्क से जुड़ी हायरिंग को बढ़ा सकती हैं।
कंज्यूमर डिमांड को पूरा कर सकते हैं NBFCs
टीमलीज में रीक्रूटमेंट से जुड़ी सेवाओं के प्रमुख, अजय शाह के मुताबिक, जहां एक ओर बैंक NPA से जूझ रहे हैं, वहीं NBFCs बढ़ती कंज्यूमर डिमांड को पूरा करने का बेहतरीन जरिया साबित हो रहे हैं। बैंकिंग नहीं करने वाले (unbanked) कस्टमर्स बेस को अपनी ओर खींचने की क्षमता के चलते ही NBFCs में यह ग्रोथ देखी जा रही है।
5 साल तक के अनुभव वालों को सबसे ज्यादा फायदा 5 साल तक के अनुभव वालों को सबसे ज्यादा फायदा
इस सेक्टर में इनोवेशन और ग्रोथ बढ़ने के चलते पीयर टू पीयूर (P2P) लेंडिंग प्लेटफॉर्म जैसे कई तरह के नए बिजनेस मॉडल खड़े हो रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि हायरिंग ग्रोथ के मामले में इस सेक्टर में 30 से 40 फीसदी की ग्रोथ देखी जा सकती है। अर्धशहरी तथा ग्रामीण इलाकों में बढ़ती पहुंच के चलते टीयर-2 से लेकर टीयर 5 तक के शहरों में ज्यादा नौकरियों के मौके बनेंगे। शाह के मुताबिक, 0 से 5 साल तक के अनुभव वाले लोगों के लिए यहां सबसे ज्यादा मौके बनेंगे। कस्टमर सर्विस, ऑपरेशन एंड क्रेडिट एंड कलेक्शन में डिमांड काफी ऊंची है, ऐसे में NBFC का फोकस इन जगहों पर अनुभवी लोगों की तैनाती पर होगा।
NBFCs पैदा करेंगी 3 लाख तक नौकरियां
स्पेशियलिस्ट स्टाफिंग कंपनी Xpheno के को-फाउंडर कमल करात के मुताबिक, आने वाले एक साल में NBFCs करीब 2.5 से 3 लाख के बीच नौकरियां पैदा करेंगी। इसमें से ज्यादातर नौकरियां सेल्स, कलेक्शन और अंडरराइटिंग रिस्क से जुड़ी होंगी। करात के मुताबिक, इसके अलावा NBFCs को टेक्नोलॉजी प्रोफेशनल्स की भी जरूरत पड़ेगी। इसके तहत सीटीओ, डिजिटल मार्केटिंग, एप डेवलपर, यूआई/यूएक्स डेवलपर की जरूरत सबसे ज्यादा होगी।
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