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नोएडा पुलिस ने लुटेरे दूल्हेतरुण शर्मा व उसकी कथित बहन को दबोचा, दोनों पर 25-25 हजार का था इनाम।
पिछले 7 साल से 3 राज्यों की पुलिस को चकमा देकर करोड़ों रुपए ठग चुके लुटेरे दूल्हे तरुण शर्मा और उसकी कथित बहन दुर्गांशु शर्मा को शुक्रवार को नोएडा पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। दोनों आरोपियों पर नोएडा पुलिस ने 25-25 हजार रुपए इनाम घोषित किया था। इन पर मेरठ, नोएडा, चंडीगढ़, भोपाल और इंदौर में शादी कर महिला से लाखों रुपए ठगकर भाग जाने के मामले दर्ज हैं। तरुण ने एक साल में 3 शादियां की थीं। पहली शादी नोएडा में अप्रैल, 2017 में एक नर्स से की और 4 माह बाद 40 लाख रुपए हड़पकर फरार हो गया था। इसके बाद भोपाल में बैंक मैनेजर को झांसे में लेकर जनवरी, 2018 में शादी कर ली थी। उससे 8-10 लाख रुपए ठगकर मई, 2018 में कथित बहन के साथ फरार हो गया था। पिछले माह जुलाई में वाराणसी की रहने वाली लड़की से इलाहाबाद में शादी रचाने के बाद सवा करोड़ रुपए में ट्रैवल एजेंसी शुरू करने की तैयारी में था। इसी सिलसिले में वह दुर्गांशु के साथ शुक्रवार सुबह नोएडा सेक्टर-71 पहुंचा, जहां पुलिस ने दोनों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया।
10 रु. के स्टांप पर लिखता था, नहीं लूंगा
दहेज तरुण शर्मा नोएडा और भोपाल दोनों शहरों में मेट्रिमोनियल वेबसाइट और 10 रु. के स्टांप पेपर पर दहेज नहीं लेने की बात कहकर भोली भाली महिलाओं को जाल में फंसाया था। दोनों को उसने शादी से पहले स्टांप पर लिखकर दिया कि वह दहेज नहीं लेगा। बस शगुन के तौर पर 1 रुपए और एक जोड़ी कपड़े लेगा।
ठगी, अप्राकृतिक दुष्कर्म और अपहरण का भी केस
एसएसपीडॉ. अजयपाल ने बताया कि तरुण के खिलाफ धोखाधड़ी के साथ शादी कर दोनों युवतियों के साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म करने का भी केस दर्जकिया गया है। उसकी कथित बहन पर धोखाधड़ी के साथ साजिश रचने का मामला दर्जकिया गया।
मेरठ में मुलायम सिंह का करीबी बता मकान मालिक से ठगे 25 लाख
तरुण और दुर्गांशु फरवरी, 2011 में मेरठ के अजय त्यागी के मकान में किराए पर रहने लगे। तरुण ने एक न्यूज पोर्टल का मालिक बता लोगों से दावा किया था कि वह सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव का करीबी है। कुछ पुलिसवालों से दोस्ती के साथ फोटो खिंचवाकर मकान मालिक से अच्छी पहचान बना ली। इसी बीच मकान मालिक की बेटी की शादी तय हुई तो तरुण ने सामान खरीदवाने में मदद करने के नाम पर 15 लाख ले लिए। जब परिवार के लोग सगाई में गए तब आरोपी कथित बहन के साथ कैश, ज्वैलरी समेत 25 लाख रुपए का सामान लेकर फरार हो गया था।
भोपाल में बैंक मनेजर को ठगा, दैनिक भास्कर की खबर पढ़कर वहां से भागे
नोएडा के बाद दोनों ने भोपाल का रुख किया। वहां लूटे रुपयों से एमपी-24 न्यूज ऑनलाइन पोरल्ट शुरू किया। खुद को पोरल्ट का मालिक और प्रति महीने 20 लाख सैलरी बात मेट्रिमोनियल साइट के जरिए बैंक मैनेजर से जनवरी, 2018 में शादी कर ली। उससे 10 लाख ठग लिए। दैनिक भास्कर में 23 मई को जब इस ठगी की खबर छपी तो दोनों लखनऊ पहुंच गए। बाद में केरल, नागपुर, मुंबई और कई शहरों के चक्कर लगाए। इसके बाद तरुण व दुर्गश वाराणसी में पहुंचे।
चंडीगढ़ में खोला ऑनलाइन शॉपिंग मॉल और न्यूज पोर्टल
मेरठ से दिसंबर, 2011 में निकलकर दोनों ने एक आई-10 कार चुरा ली थी। उसी कार से दोनों पंजाब चले गए। वहां चंडीगढ़ में ऑनलाइन शॉपिंग सेंटर और एक न्यूज पोर्टल शुरू किया। वहां तरुण एक विवाहित युवती को जाल में फंसा कर लिव-इन में रहने लगा। कई समाचार पत्रों में विज्ञापन देकर बिजनेस के नाम पर अलग-अलग लोगों से 70-80 लाख रुपए हड़प लिए और नवंबर, 2016 में दिल्ली चला आया। चंडीगढ़ में मंजीत ने तरुण और दुर्गांशु शर्मा के खिलाफ लाखों रुपए की धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
नोएडा में फिल्म ‘डॉली की डोली’की तर्ज पर की ठगी,
यहां नर्स से 40 लाख रु. ठगे चंडीगढ़ के बाद दोनों नोएडा सेक्टर-71 आ गए। एसएसपी डॉ. अजयपाल ने बताया कि लुटेरा दूल्हा बनने का आइडिया उसे फिल्म ‘डॉली की डोली’से मिला। दुर्गांशु ने कथित भाई की मेट्रिमोनियल साइट के जरिए शादी कराकर नौकरी करने वाली लड़कियों को लूटने का प्लान बनाया। इस तरह दिसंबर, 2016 से दिल्ली में रहने वाली नर्स से मेट्रिमोनियल साइट के जरिए संपर्क कर अप्रैल, 2017 में शादी कर ली। इसके बाद नर्स की मां को नोएडा-गाजियाबाद में प्लॉट दिलाने के नाम पर 30 लाख और पत्नी के अकाउंट से 10 लाख रुपए हड़प लिए। इस तरह 40 लाख रुपए लूटकर सितंबर, 2017 में नोएडा से दोनों भोपाल भाग गए।
वाराणसी की लड़की को फंसा इलाहाबाद ले आया
ट्रैवल एजेंसी की थी तैयारी कई शहरों के चक्कर लगाने के बाद दोनों आरोपी वाराणसी में एक युवती के घर पहुंचे। युवती तरुण के भोपाल स्थित ऑफिस में काम कर चुकी थी। तरुण इस लड़की को फंसाकर इलाहाबाद आ गया। यहां उससे शादी की और ज्वाइंट अकाउंट खुलवा ट्रैवल एजेंसी का बिजनेस शुरू किया। इसके लिए उसने 11 स्कॉर्पियो का ऑर्डर दिया और 1.10 करोड़ का चेक दे दिया। चेक बाउंस हो गया था। इसके बाद वह नोएडा सेक्टर-71 पहुंचा जहां पुलिस को सूचना मिल गई और उसे पकड़ लिया।
2008 में जेल जा चुका है तरुण
तरुण गाजियाबाद का रहने वाला है जबकि दुर्गांशु देहरादून की रहने वाली है। तरुण अपने भाइयों के साथ गाजियाबाद में लाखों की जालसाजी के मामले में 2008 में जेल जा चुका है। जेल से छूटने के बाद 2010 में वह दुर्गांशु के संपर्क में आया था तब से दोनों नए तरीके से ठगी का प्लान बनाने लगे थे।
- डॉ. अजयपाल शर्मा, एसएसपी, नोएडा
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