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Friday, 16 December 2011

आंकड़े बोलते हैं - ब्लॉग से कमाई





28 JULY 2011


आंकड़े बोलते हैं - ब्लॉग से कमाई

आप लोग अभी तक मेरे दो लेख "ब्लोगिंग से कमाई, मैं तैयार हूँ, आप?" तथा"ब्लोगिंग से कमाई" पढ़ चुके हैं, उन दोनों लेखों में मैंने आपको खूब सपने दिखाए, आपको भरोसा दिलाया की आप भी कमा सकते हैं, और मुझे बहुत खुशी है कि कई लोगों ने इसमें दिलचस्पी दिखाई है,
इस सीरीज के मेरे पहले लेख के प्रकाशित होने के बाद मुझे लगातार फोन तथा ई-मेल आ रहे हैं, कुछ लोग मेरे साथ आने की इच्छा दिखा रहे हैं तथा कुछ लोग अपने अनुभव मेरे साथ बाँट रहे हैं :)

आज मैं आपके समक्ष कुछ आंकड़े प्रस्तुत करूंगा जिससे आपको -
  1. मेरी बातों पर विश्वास हो जाये,
  2. पता चल जाये कि आपको कितना धैर्य रखना है,
  3. आप इन आंकड़ों के आधार पर सही दिशा में आगे बढ़ सके

एडसेंस से मुझे अब तक $100.69 यानि कि रू. 4441.94 की आय हो चुकी है,यह चित्र पिछले माह का है, इसके बाद पेमेंट भेज दिया गया और वापस मेरे अकाउंट में इस माह $12.41 की आमदनी हो चुकी है

कैसे शुरू हुआ यह सब? 
सबसे पहले फरवरी 2009 में मैंने वेबसाईट बनाईhttp://www.learnbywatch.com जिसे बनाने में मुझे लगभग एक माह का समय लगा, उसके बाद अक्टूबर 2009 में गूगल एडसेंस के लिए आवेदन किया और आवेदन मान लिया गया, तो आपने जो ऊपर की कमाई देखी हैं वो अक्टूबर 2009 से जून 2011 तक की है, किये गए कार्य तथा कमाई का सम्बन्ध आपको मैं नीचे दिए गए ग्राफ में दिखा रहा हूँ

अब जरा इस ग्राफ को समझते हैं, नीले रंग की रेखा कमाई दिखा रही है जो कि डॉलर में है तथा लाल रंग की रेखा दिखा रही है इस कार्य को दिया गया समय ( प्रतिदिन / घंटा ), तो जैसा कि आप देख रहे हैं,
  1. लगातार आठ माह तक प्रतिदिन चार घंटे कार्य किया (यह वेबसाईट को बनाने का कार्य है, क्यूंकि उस समय तक मुझे बेहतरीन वेबसाईट बनानी नहीं आतीं थीं, अब तो मेरे विद्यार्थी भी वेबसाईट को सिर्फ कुछ घंटों में बना कर तैयार कर देते हैं
  2. आठवा माह जहाँ से नीली रेखा प्रारंभ होती है वह है जब एडसेंस अकाउंट एक्टिव हुआ था (अब गूगल अकाउंट को एक्टिव करवाने में अधिकतम 7 दिन का समय लगता है) 
  3. तेरहवां माह जो आप देख रहे हैं जहाँ पर नीली रेखा ने $2 की आमदनी को पार नहीं किया था, यह वो समय है जब तक मुझे सर्च इंजन की कार्य प्रणाली के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी, जिसको दूर किया तथा चौदहवें माह से आप खुद ही देख सकते हैं कि फिर आमदनी $2 से नीचे आई ही नहीं :)
  4. 23वां माह जहाँ आपको दिखाई दे रहा है कि 4 घंटे प्रतिदिन कार्य किया यह वो समय है जब "अपना ब्लॉग" को बनाया, तथा इसी माह में यूट्यूब की पार्टनरशिप मिल गयी :) जिसके बाद आप देख ही रहे हैं किसी भी माह में $8 से कम की आय नहीं हुई है :)
  5. इस ग्राफ में गौर कीजिये कि मैं अब सिर्फ प्रतिदिन मात्र आधा घंटा इन कार्यों को देता हूँ, पर आय में उसकी वजह से कोई कमी नहीं है 
उम्मीद है ग्राफ आपको समझ में आ गया होगा, कुछ और आंकड़े बताते हैं, कि
  • LBW यानि learnbywatch.com पर अभी तक कुल 20,700 बार गूगल एडसेंस के द्वारा एड दिखाए गए हैं, कुल 289 क्लिक हुए जिनसे $24.91 की आय हुई है, तथा 
  • apnablog.co.in पर अभी तक कुल 65,094 बार गूगल के द्वारा एड दिखाए गए हैं, कुल 36 क्लिक हुए हैं जिनसे कुल $3.81 की आय हुई है 
यहाँ पर एक बात गौर करने लायक है "अपना ब्लॉग" पूरी तरह से हिन्दी में है, LBW दोनों भाषाओं में है पर उस पर ब्लॉग सिर्फ हिन्दी में है, इससे निष्कर्ष निकलता है कि हिन्दी में भी गूगल एडसेंस पूरी तरह कार्य करता है सिर्फ अच्छी तरह से इम्प्लीमेंट करना आना चाहिए :)

"अपना ब्लॉग" पर दूसरी वेबसाईट के मुकाबले तीन गुना ज्यादा बार गूगल ने एड दिखाए पर उस पर क्लिक दूसरी वेबसाईट के मुकाबले आठ गुना कम हुए हैं कारण-
  • अधिकतर ब्लोगर एड पर क्लिक नहीं करते (शायद उनके लायक कोई एड आता ही नहीं)
  • ज्यादा से ज्यादा 1000 ब्लोगर हैं जो सक्रिय हैं
  • कुछ ब्लोगर एड ब्लोकर का प्रयोग करते हैं
अपना ब्लॉग पर आज की तारीख में 1,00,000 से ज्यादा लेख हैं, और LBW पर मात्र 30 फिर भी LBW से ज्यादा आमदनी हो रही है जबकि "अपना ब्लॉग" का अपना खर्चा निकालना भी मुश्किल हो रहा है क्यूंकि-
  • ब्लोगर सिर्फ पहले पन्ने पर ही जाते हैं (ऐसा मुझे गूगल एनालिटिक्स के आंकड़े देख कर पता चला है), और अधिकतर को विषय वस्तु से सम्बन्ध नहीं है, सिर्फ नया लेख पढना (अथवा देखना) है और उस पर टिप्पणी देनी है क्यूंकि उससे उनके लेख पर टिप्पणी आयेगी और एक आत्म-संतुष्टी मिलेगी
अपना ब्लॉग पर प्रतिदिन 100 के औसत से विजिट होते हैं, जबकि LBW पर मात्र ३० के औसत से फिर भी आय में इतना अंतर है क्यूंकि-
  • LBW के टार्गेट यूजर सिर्फ भारत में ही लाखों में हैं और गूगल सर्च से स्वतः ही उस पर आते हैं, पिछले छः माह से LBW पर मैंने लोगिन तक नहीं किया है (सही आंकड़े जुटाने के लिए) और प्रतिदिन 30 के औसत से अच्छी गुणवत्ता वाला ट्रैफिक LBW पर आता है,
  • अपना ब्लॉग पर वही गिने चुने 1000 लोग में से 100 लोग विजिट कर लेते हैं यानि सही गुणवत्ता का ट्रेफिक अपना ब्लॉग की तरफ रुख नहीं कर रहा है 
  • सच यह है कि LBW कई लोगों की जरूरत है जबकि "अपना ब्लॉग" शायद किसी की नहीं
अभी तक हुआ कुल खर्चा-
  • LBW पर - 3200/- रु. मात्र
  • अपना ब्लॉग पर - 1500/- रु. मात्र 
हालांकि अब अपना ब्लॉग को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रतिबर्ष लगभग 60,000 रु. की आवश्यकता है, क्यूंकि उस पर लेख बहुत ज्यादा हो चुके हैं तथा एग्रीगेशन को बहुत प्रोसेसिंग की आवश्यकता होती है, मुझे दो बार होस्टिंग कंपनी से नोटिस मिल चूका है और अगला नोटिस नहीं मिलेगा सीधे वेबसाईट को बंद कर दिया जायेगा :(

मित्रो जो आपने ऊपर आंकड़े तथा आय देखी है वह सिर्फ गूगल एडसेंस से होने वाली देखी है, इसमें मैंने कई चीजें शामिल नहीं कीं जैसे कि प्रसिद्धि, कई ऐसी चीजों का ज्ञान जो अन्यथा नहीं हो पाता, तथा आप लोगों की मदद इसके आलावा मेरी प्रोग्रम्मिंग की वीडिओ सी.डी. जिसकी कीमत 580 रु. है, प्रतिमाह मेरे विद्यार्थियों की संख्या में 100 के लगभग की बढ़ोत्तरी हो जाती है)

मैंने सभी आंकड़े आपके समक्ष प्रस्तुत कर दिए हैं जिससे आप आगे की योजना निर्धारित कर सकें, इन आंकड़ों से मैं इन निष्कर्ष पर पहुंचा हूँ कि-
  • ऐसा ब्लॉग अथवा वेबसाईट बनाओ जो कि अधिक से अधिक लोगों की जरूरत पूरी करती हो
  • वेबसाईट / ब्लॉग को कठोरता के साथ सर्च इंजन के लायक बनाओ
  • वेबसाईट/ब्लॉग को यूजर फ्रैंडली बनाओ, जो एक बार आये तीन चार मिनट से पहले जा ना पाए तथा बार बार आये
मैं चाहता हूँ कि इन आंकड़ों के आधार पर आप किस निष्कर्ष पर पहुंचे यह कमेन्ट में लिखें, जिससे बेहतर निष्कर्ष पर पहुंचा जा सके

पिछले लेख में मैंने "अभी क्या करें" सेक्शन में आपको कुछ करने के लिए कहा था, यदि आपने वह कार्य कर लिया हो तो

अभी क्या करें-
  1. आपने जो वेबसाईट की लिस्ट तैयार की थी सोचिये कि वह कितने लोगों की जरूरत पूरी करती है, क्या वह सर्च इंजन पर आती है (वेबसाईट का नाम नहीं डालना है, बल्कि ऐसा कोई शब्द डालना है जिसको आप साधारणतया खोजने के लिए प्रयुक्त करते), तथा यदि आप उस वेबसाईट पर जाते हैं तो आप कितनी देर तक उस पर रुके रहते हैं
  2. अब सोचिये कि आपके दिमाग में जो आइडिया है वह कैसे इन तीनों बिन्दुओं पर खरा उतर पायेगा
यदि आपको कोई दिक्कत हो रही है तो कोई बात नहीं, क्यूंकि मैं बहुत जल्द अपने प्रोजेक्ट प्रस्तुत करूंगा जो इन बिन्दुओं पर पूरी तरह खरे उतर रहे होंगे, ठीक वैसे ही आप भी ऐसा कर सकते हैं
<--ब्लोगिंग से कमाई                          पहला प्रष्ठ^

      17 comments:

      devendra gautam ने कहा…
      बहुत ही उपयोगी जानकारी दे रहे हैं आप योगेन्द्र पाल जी! लेकिन बहुत इंतजार करा रहे हैं. बेहतर हो कि ब्लॉग से कमाई पर एक पुस्तक लिखकर उपलब्ध करा दें. वैसे टुकड़े-टुकड़े आने पर एक गंभीर समूह तैयार हो जायेगा. विषयवस्तु को समझने में भी आसानी होगी. ब्लॉग और वेबसाइट्स की एक अर्थ व्यवस्था बन जाये तो इनके विकास को पंख लग जायें.
      प्रवीण पाण्डेय ने कहा…
      बहुत उपयोगी जानकारी, बहुत लोग इस लेख से आकर्षित होंगे।
      Raviratlami ने कहा…
      इस तरह से खुले आम एडसेंस की स्क्रीनशॉट बताना उनके सेवा शर्तों का उल्लंघन है. अलबत्ता आप इंडिकेटिव स्टेट्स तो बता सकते हैं.

      मेरे विचार में इन स्क्रीनशॉट को आपको हटा लेना चाहिए.
      योगेन्द्र पाल ने कहा…
      @Raviratlami जी: आपका कहना सही है, पर लोगों को कुछ आंकड़े दिखाना भी जरूरी है अतः आज शाम को लोगों के पढने के बाद यह स्क्रीन शॉट हटा लूँगा, जानकारी के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया
      ज़ाकिर अली ‘रजनीश’ (Zakir Ali 'Rajnish') ने कहा…
      गम्‍भीर विश्‍लेषण है, बहुतों के काम आने वाला। आगामी लेखों की प्रतीक्षा भी रहेगी।

      वैसे आपके आंकणे देख कर मुझे 'तस्‍लीम' से उम्‍मीद जग रही है। उसमें 100 से 250 तक यूनिक विजिटर्स प्रतिदिन रहते हैं। इधर व्‍यस्‍तता के कारण उसपर ध्‍यान नहीं दे पा रहा हूं, इसलिए आंकणे गिर गये हैं। इसका मतलब उसपर मेहनत होनी चाहिए।

      ------
      प्रेम एक दलदल है..
      ’चोंच में आकाश’ समा लेने की जिद।
      upendra shukla ने कहा…
      bahut acchi jaankari di
      par muzhe bataya gaya ki google hindi blog par ad nahi deta please help kare
      कविता रावत ने कहा…
      Badi jatil prakriya jaan padti hai..
      jaankari fayde kee ho to interest sabka hota hai, lekin is prakriya ko samjhna har kisi ke liya saral nahi..
      badiya laabhprad jaankri ke liye aabhar!
      एस.एम.मासूम ने कहा…
      योगेन्द्र जी गूगल एडसेंस से मैं अभी तक ६५०००/- इर कमा चुका हूँ लेकिन यह कमाई हिंदी की वेबसाइट से नहीं बल्कि अंग्रेजी की वेब और ब्लॉग से हुई है. हिंदी को अभी भी गूगल एडसेंस सप्पोर्ट नहीं करता. उसे आप कैसे भी लगाएं कुछ ख़ास कमाई संभव नहीं. लेख़ आप का अच्छा है लेकिन हिन्दी में भी गूगल एडसेंस पूरी तरह कार्य करता है यह सूचना ग़लत है और इस बात को आप भी जानते हैं.
      क्या हम सेक्स जनित विसंगतियों पर काबू पा सकते हैं?
      एस.एम.मासूम ने कहा…
      Adsense do not support Hindi
      योगेन्द्र पाल ने कहा…
      @एस.एम.मासूम जी: कृपया अपनी अंगरेजी की वेबसाईट तथा ब्लॉग का एड्रेस दें,
      मुझे पता है कि हिन्दी की वेबसाईट से रुपये कमाना थोडा मुश्किल है, पर जैसा कि मैंने इस लेख में बोला है कि आंकड़े बोलते हैं, मैं नहीं|
      यदि अपना ब्लॉग पर 65094 एडसेंस इम्प्रेशन हुए हैं तो उनसे कमाई की जा सकती है, थोड़ी सी ट्रिक की जरूरत है आप देखते जाइए :)

      कृपया एडसेंस से कमाई का अपना अनुभव भी लोगों के साथ बांटें
      योगेन्द्र पाल ने कहा…
      @कविता जी : आप तो सिर्फ मेरे द्वारा निकाले गए निष्कर्ष पर ध्यान दीजिये, आपके लिए सब कुछ सरल हो जायेगा :)

      @उपेन्द्र भाई: ठीक है गूगल हिन्दी की वेबसाईट के लिए एड नहीं देता, पर "अपना ब्लॉग" पर बताये गए आंकड़े के हिसाब से हिन्दी की वेबसाईट पर भी एड आते हैं सिर्फ आपको एक बार गूगल एडसेंस का अकाउंट मिल जाना चाहिए, एक बार मिल गया तब फिर कोई बात ही नहीं, उसको कहीं भी लगा सकते हैं
      Ratan Singh Shekhawat ने कहा…
      2007में गूगल एडसेंस में खाता बनाया था अब तक तीन चेक आये 155.20$+102.11$+101.42$=358.73$ पर जून २०१० से अब तक सिर्फ 41.20$ ही हुए|पर ये सारी कमाई हिंदी ब्लॉग से नहीं ब्लॉग के साथ दूसरी वेब साईट व पार्क डोमेन से हुई है|
      Ratan Singh Shekhawat ने कहा…
      हिंदी ब्लॉग पर एड इम्प्रेशन २९८२५ और कमी ९.८$ !!
      मनोज कुमार ने कहा…
      बड़ा ही कम्प्लीकेटेड इशू है।
      समझने की कोशिश कर रहा हूं।
      tushar ने कहा…
      please show us any screenshot of hindi blog.
      जो successful हुआ हो |
      योगेन्द्र पाल ने कहा…
      @tushar: apna blog hindi me hai, iske alava mere sabhi video hindi me hain or learnbywatch me bhi lagabhag sabhi blog hindi me hain, ye sabhi aankde hindi ke hi hain
      ज़ाकिर अली ‘रजनीश’ (Zakir Ali 'Rajnish') ने कहा…
      ध्‍यान से पढ़ रहे हैं।

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