मेरे विद्यार्थियों की पहली वेबसाइट
प्रिय ब्लोगरों,
पिछले दिनों मैं मैनपुरी गया था, कुछ विद्यार्थियों को द्रुपल सिखाने| उम्मीद यह की थी कि विद्यार्थी अपने पैरों पर खड़े हो जायेंगे क्यूंकि द्रुपल आज की जरूरत है तथा इसमें रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं|
तीन विद्यार्थियों ने द्रुपल सीखने के लिए रजिस्टर कराया था श्रद्धेय जौहरी, रिजवान खान, तथा निखिल कुमार| सच कहूँ तो मुझे तीन भी ज्यादा ही लगे क्यूंकि मैनपुरी के विद्यार्थी यह सोच ही नहीं सकते कि वे मात्र 12 दिन के कोर्स में वेबसाइट बनाना सीख जायेंगे :)
पर मुझे विश्वास था कि वो ऐसा कर पाएंगे, पर मैं उनको यह बोल कर नहीं बताना चाहता था बल्कि चाहता था कि वो ऐसा खुद महसूस करें, इसलिए मैंने कोर्स खत्म करने के बाद उनको किसी रियल प्रोजेक्ट में कार्य करवाना ही उचित समझा|
और उनको एक अध्यापक की वेबसाइट बनाने का मौका दिया, आगे में क्या कहूँ आप खुद ही देख लीजिए जो वेबसाइट उन्होंने तैयार की है उसको आप इस लिंक पर जा कर देख सकते हैं - Raj Kumar Thenua | An Asst. Professor's Website
इस वेबसाइट को बनाने में मैंने इनकी किसी तरह की कोई मदद नहीं की, सिर्फ वेबसाइट की जरूरतों के बारे में चर्चा की तथा बाकी काम इन पर ही छोड दिया, क्या आप मानेंगे कि यह इनकी पहली वेबसाइट है?
यह दो पेज देखना मत भूलिए-
फोटो गैलरी
Event
उम्मीद है आपको यह वेबसाइट पसंद आयेगी, अब आप सभी से सिर्फ एक गुजारिश है, यदि आप भी किसी वेबसाइट को बनाने के बारे में सोच रहे हैं तो एक बार मुझसे राय भी ले लें तथा स्व-रोजगार बढ़ाने में मेरी मदद करें|
यदि आप ठीक ऐसी ही या कुछ कुछ इसके जैसी वेबसाइट अपने लिए बनवाना चाहें तो यह मात्र 5000/- रु. प्रति बर्ष की कीमत पर उपलब्ध है|
05 MAY 2011
ब्लोगिंग से २० दिन का अवकाश, खास ब्लोगरों के लिए
मित्रों,
मैं ब्लोगरों के लिए एक खास कार्य करने के लिए जा रहा हूँ इसलिए २० दिन तक ब्लोगिंग से दूर रहूँगा, उसके लिए क्षमा चाहता हूँ|
मैं मैनपुरी जा रहा हूँ, आप मैनपुरी को शिवम मिश्रा जी के नाम से जानते होंगे| मैनपुरी में Learn By Watch के द्वारा एक कोचिंग की स्थापना की गयी है जिसका उद्देश्य छात्रों को रोजगार परक शिक्षा देना है, जिससे वो पढाई के साथ साथ कमा भी सकें| Learn By Watch का उद्देश्य छात्रों को ऐसी शिक्षा देना है जिससे वो स्वावलंबी बनें और रोजगार की तलाश में इधर-उधर भटकें नहीं|
छात्रों के लिए विशेष रोजगार परक कोर्स
इस बार मैं पढाने जा रहा हूँ, मैनपुरी के बेरोजगार विद्यार्थियों को तीन विशेष कोर्स| मैगजीन डिजाइन, ग्राफिक्स डिजाइन तथा वेबसाइट डिजाइन(द्रुपल)|
मैगजीन डिजाइन:
क्या है मैगजीन डिजाइन?
मैगजीन डिजाइन में मैगजीन के लेआउट तथा रंगों के प्रयोग की जानकारी दी जाती है जिससे कि अच्छी मैगजीन डिजाइन की जा सकें, मुख्यतः मैगजीन "पेजमेकर" में डिजाइन की जातीं थीं पर आजकल इनडिजाइन का प्रयोग किया जाता है| हालांकि मैं स्क्राइबस का प्रयोग करता हूँ क्यूंकि यह एक ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर है और बहुत खूबियां रखता है| इसमें प्रोफेशनल मैगजीन डिजाइन करना बहुत ही आसान है| कुछ बेहतरीन उदाहरण आप यहाँ देख सकते हैं|
असल में मैं इस कोर्स को मैगजीन डिजाइन के नजरिये से सिखाने वाला हूँ पर इस कोर्स को करने के बाद कोई भी ना सिर्फ प्रोफेशनल मैगजीन बल्कि ब्रौसर, पुस्तक, बिजनेस कार्ड भी आसानी से डिजाइन कर सकता है|
ग्राफिक्स डिजाइन:
क्या है ग्राफिक्स डिजाइन?
ग्राफिक्स डिजाइन एक बहुत ही रचनात्मक क्षेत्र है इसमें किसी सॉफ्टवेयर विशेष का प्रयोग करते हुए विभिन्न ग्राफिक्स बनाई जातीं हैं| ग्राफिक्स डिजाइनिंग में बहुत से सॉफ्टवेयर का प्रयोग किया जाता है जिसमे से कोरल ड्रा, इलस्ट्रेटर तथाइन्क्स्केप मुख्यतः प्रयोग किये जाते हैं| ग्राफिक्स डिजाइन का प्रयोग कर लोगो, बैनर, पम्पलेट, सी.डी. कवर, बुक कवर, एड इत्यादि बनाये जाते हैं|
इस कोर्स को करने के बाद विद्यार्थी डिजिटल स्टोरी के लिए बैकग्राउंड, गूगल एड तैयार करना, लोगो बनाना तथा वेबसाइट टेम्पलेट बनाना जैसे कार्य कर सकता है|
इस कोर्स को करने के बाद विद्यार्थी डिजिटल स्टोरी के लिए बैकग्राउंड, गूगल एड तैयार करना, लोगो बनाना तथा वेबसाइट टेम्पलेट बनाना जैसे कार्य कर सकता है|
द्रुपल:
क्या है द्रुपल ?
द्रुपल एक कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम है, जिसकी सहायता से विभिन्न प्रकार की वेबसाइट बहुत आसानी से बनाई जा सकतीं हैं, मैंने "अपना ब्लॉग" तथा "Learn by Watch" इसी के प्रयोग से बनाई हैं तथा अन्य कई प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहा हूँ| ब्लोगरों की तरफ से भी कुछ प्रोजेक्ट मिले हैं जिनको काम ज्यादा होने की वजह से रोका हुआ है, बहुत जल्द ही उनको भी प्रारंभ करूँगा|
इन कोर्स को सिखाने के पीछे निम्न उद्देश्य हैं
इन कोर्स को सिखाने के पीछे निम्न उद्देश्य हैं
- इन कोर्स में रोजगार के अवसरों की कमी नहीं है, ये रहा लिंक खुद ही देख लीजिए| और इन कोर्स की खासियत यह है कि छात्र अपने घर से कार्य करके भी कमा सकता है| उम्मीद है कि इन कोर्स को करने के बाद छात्र बेरोजगार नहीं रहेंगे|
- मैं काफी दिनों से एक मुक्त स्त्रोत तकनीकी पत्रिका प्रकाशित करने के बारे में सोच रहा हूँ, जनवरी में उसका एक अंक प्रकाशित भी कर चुका हूँ पर बाद में समय की कमी की वजह से आगे के अंक नहीं निकाल पाया| जब विद्यार्थी मैगजीन डिजाइन तथा ग्राफिक्स डिजाइन करना सीख जायेंगे तो वो यह कार्य कर पाएंगे और आपके समक्ष एक अच्छी मैगजीन प्रस्तुत कर पाएंगे|
- इससे विद्यार्थियों का पोर्टफोलियो बनाने में मदद मिलेगी और विद्यार्थियों के इंटरव्यू कॉल आने के मौके बढ़ जायेंगे|
- कुछ ब्लोगरों ने मुझसे मैगजीन डिजाइन, ग्राफिक्स डिजाइन तथा वेबसाइट डिजाइन के लिए संपर्क किया है, उनके कार्य समय के अभाव की वजह से मैं तो नहीं कर सकता पर ये विद्यार्थी बखूबी मेरी निगरानी में इस कार्य को अंजाम देंगे, इससे इन विद्यार्थियों का तजुर्बा बढ़ेगा तथा कमा भी सकेंगे| ब्लोगरों के लिए फायदे की बात यह होगी कि उनको ये सुविधाएँ बाजार से कम मूल्य पर तैयार मिल जायेंगी|
१५ दिन प्रतिदिन २ घंटे चलने वाले प्रति कोर्स की फीस मात्र 300/- रु. रखी गयी है, यही कोर्स कोचिंग सेंटर 8000-15000 या कभी कभी उससे भी ज्यादा फीस लेकर सिखाते हैं, इन कोर्स का उद्देश्य छात्रों को स्वावलंबी बनाना है जिससे कि वो तुरंत कमाना प्रारंभ कर दें|
ब्लोगरों से गुजारिश:
यदि आप मैनपुरी अथवा इसके आस पास के क्षेत्र में रहते हैं तो वेरोजगार युवकों को इस कोर्स के बारे में जानकारी दें,
यदि मेरे इस प्रयास से साल के अंत तक 10 बेरोजगार युवकों को भी नौकरी मिल गयी तो मैं अपने इस प्रयास को सफल मानूंगा
यदि आपका सहयोग रहेगा तो हम विद्यार्थियों को एक नई राह दिखा पाएंगे, यदि आप ग्राफिक्स डिजाइन, मैगजीन डिजाइन अथवा वेबसाइट डिजाइन जैसा कोई कार्य करवाना चाहते हैं तो एक बार मुझसे संपर्क जरूर करें तथा रोजगार बढाने में मदद करें|
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