doing business, get registered in less than rs 50, will get many govt. benefits | 50 रु से भी कम में करा लें रजिस्ट्रेशन, कमाई के साथ मिलेंगी कई सुविधाएं
d
ADS RING
tag
bid
chi
Saturday, 29 September 2018
Shubh bank offering earning opportunity without investment | पैसा लगाए बिना फाइनेंस कंपनी के साथ करें बिजनेस, होगी अनलिमिटेड कमाई
Shubh bank offering earning opportunity without investment | पैसा लगाए बिना फाइनेंस कंपनी के साथ करें बिजनेस, होगी अनलिमिटेड कमाई
d
ऐसे करें अप्लाई
d
सिर्फ आधार कार्ड व पैन कार्ड के जरिए शुभबैंक से जुड़ सकते हैं।
अगर आप बिजनेस करने की सोच रहे हैं और बिजनेस शुरू करने के लिए आपके पास ज्यादा पैसे नहीं, तो परेशान होने की बात नहीं है। आज हम आपको ऐसी कंपनी के बारे में बता रहे हैं लोगों को अपने साथ जोड़कर बिजनेस करने का प्लेटफॉर्म दे रही हैं। फाइनेंस सेक्टर की कंपनी शुभ बैंक के साथ जुड़कर आप अपने बिजनेस की शुरुआत कर सकते हैं। आप इसके एसोसिएट चैनल पार्टनर बनकर महीने में रेग्युलर इनकम जेनरेट कर सकते हैं, वो भी बिना पैसे लगाए। हालांकि कमाई आपकी मेहनत पर निर्भर करेगी।
कंपनी का बिजनेस
शुभबैंक एक फाइनेंशियल सर्विस उपलब्ध कराने का प्लेटफॉर्म है, जहां लोग अपनी जरूरतों के हिसाब से लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। पोर्टल पर पर्सनल लोन से लेकर होम लोन, ऑटो लोन से लेकर मॉर्गेज लोन, क्रेडिट कार्ड से लेकर अन्य तरह का लोन प्राप्त करने की सर्विस प्रदान करती है। कंपनी इस समय 35 बैंक और एनबीएफसी के साथ काम कर रही है। कंपनी से जुड़े बैंकों में एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, आरबीएल बैंक शामिल हैं।
बिना पैसे जुड़ सकते हैं कंपनी से
कंपनी की सीआरएम रेणु जेटली ने बताया कि इस कंपनी से जुड़ने के लिए किसी इन्वेस्टमेंट की जरूरत नहीं है। बिना पैसे लगाए आप कंपनी के डायरेक्ट सेलिंग एजेंट (DSA) बन सकते हैं। इसके लिए आवेदक को अपना आधार कार्ड व पैन कार्ड की फोटो कॉपी कंपनी को ई-मेल के जरिए भेज सकते हैं। उसके बाद कंपनी आपको ट्रेनिंग देगी और फिर आप अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं। डीएसए बनकर आप फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स की बिक्री कर कमाई कर सकते हैं।
लोन देने के हैं ये मानदंड
कंपनी अपने लोन प्रोडक्ट्स के लिए विभिन्न मानदंड बना रखे हैं। जैसे कंपनी खेती वाली जमीन पर लोन नहीं देती। इसके अलावा बिजनेस स्टार्टअप पर भी लोन नहीं मिलता है। बिजनेस लोन के लिए आवेदक के पास खुद की प्रॉपर्टी होनी चाहिए। वहीं पर्सनल लोन लेने वाले की मिनिमम 18 हजार रुपए सैलरी होनी चाहिए। कंपनी के डीएसए बनने वालों को इन सब बातों को ध्यान रखना होगा।
ऐसे होगी कमाई
कंपनी डीएसए बनने वाले को हरेक लोन पर मिलने वाले कमिशन के रूप में कमाई होगी। अगर आप किसी को होम लोन देते हैं, तो आपको होम लोन डिसबर्सल अमाउंट पर 0.60 फीसदी कमीशन के रूप में मिलेगा। वहीं पर्सनल लोन पर 1.75 से 2.50 फीसदी कमीशन के तौर पर मिलेंगे। कमाई आपकी मेहनत पर निर्भर करेगी। जितना ज्यादा आप क्लाइंट बनाएंगे, उतनी ज्यादा आपकी कमाई बढ़ेगी।
ऐसे करें अप्लाई
इससे जुड़ने के लिए आपको कंपनी की वेबसाइट पर जाकर अप्लाई करना होगा। कंपनी की वेबसाइट पर जाकर फॉर्म डाउनलोड करने के बाद डिटेल भरकर कंपनी को मेल करना होगा। कंपनी के मानदंड के आधार पर आपका चयन होना निर्भर होगा। फिर कंपनी आपसे संपर्क करेगी।
get one crore loan in 59 minutes on digital lending plateform | घर बैठे 59 मिनट में मिल जाएगा 1 करोड़ का लोन, सरकार ने दी सुविधा
get one crore loan in 59 minutes on digital lending plateform | घर बैठे 59 मिनट में मिल जाएगा 1 करोड़ का लोन, सरकार ने दी सुविधा
d
कितने दिनों में मिल जाएगा लोन
d
सरकार ने शुरू किया डिजिटल लेंडिंग प्लेटफॉर्म, घर बैठे करें अप्लाई
देश के छोटे और मध्यम वर्ग (MSME) के कारोबारियों के लिए बैकों ने एक 'डिजिटल लेंडिंग प्लेटफॉर्म' शुरू किया है, जहां से एक करोड़ रुपए तक का लोन बिना किसी गारंटी के लिया जा सकेगा। साथ ही लोन के लिए बैंकों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। बड़ी बात यह है कि मात्र 59 मिनट में लोन मंजूर हो जाएगा। केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने हाल में इस डिजिटल प्लेटफार्म psbloansin59minutes.com को ने लांच किया है।
देने होंगे कौन-से दस्तावेज
लोन के लिए किसी अपने कंप्यूटर से psbloansin59minutes.com पर आवेदन करना होगा। इसके बाद कारोबारी से लोन के लिए तीन तरह के डॉक्युमेंट मांगे जाएंगे। पहला कारोबारी को अपना GSTIN और GST यूजरआइडी व पासवर्ड देना होगा। दूसरा आयकर रिटर्न ई-फाइलिंग के बारे में जानकारी देनी होगी। तीसरे और अंत में बैंक खाते का स्टेटमेंट अपलोड करना होगा या नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करना होगा
दस्तावेज अपलोड होने के बाद बैंक, मंत्रालय, आयकर विभाग इनकी जांच करेंगे। अगर दस्तावेज सही पाए गए, तो अगल एक हफ्ते में लोन की राशि आपके खाते में पहुंच जाएगी। हालांकि इसमें केवल वर्किंग डेज को शामिल किया जाएगा। यह शायद पहला मौका है, जब सरकारी बैंक एमएसएमई सेक्टर को लोने देने के लिए साथ आए हैं। इसमें SIDBI और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, इंडियन बैंक और विजया बैंक शामिल हैं।
web developer : which institute organise web developer of designer training | 3 दिन में सीख सकते हैं वेबसाइट बनाना, साल भर में करें 9 लाख का बिजनेस
web developer : which institute organise web developer of designer training | 3 दिन में सीख सकते हैं वेबसाइट बनाना, साल भर में करें 9 लाख का बिजनेस
d
d
मात्र 55 हजार रुपए हैं पास तो शुरू कर सकते हैं यह बिजनेस, 90% लोन देगी सरकार
बिजनेस मैन से लेकर आम आदमी तक अपनी वेबसाइट बनाना चाहता है। यही वजह है कि वेब डिजाइनिंग की बहुत डिमांड है। आप भी वेब डिजाइन सर्विस प्रोवाइड कर अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। इसके लिए यदि आपके पास पैसा नहीं है तो भी परेशान न हो। शायद आपको यह बात पता न हो कि केंद्र सरकार की प्राइम मिनिस्टर इम्प्लॉयमेंट जनरेशन प्रोग्राम के तहत वेब डिजाइनर को 90 फीसदी तक लोन भी दिया जाता है। यानी कि आपको बस 10 फीसदी पैसे का इंतजाम करना होगा। अगर आपको वेबसाइट डिजाइन करना नहीं आता तो भी परेशान न हो, केंद्र सरकार द्वारा वेब डिजाइनिंग की ट्रेनिंग भी दी जाती है। इतना ही नहीं, सरकार लोन के साथ-साथ आपको सब्सिडी भी देती है। अगर आप शहर में रहते हैं तो 15 फीसदी और गांवों में रहते हैं तो 25 फीसदी तक सब्सिडी भी आपको मिल सकती है।
आज हम आपको बताएंगे कि वेबसाइट डिजाइन करने का काम शुरू करते हैं तो आपको क्या करना होगा और कहां से ट्रेनिंग, लोन सब्सिडी मिलेगी।
कितना आएगा खर्च
मिनिस्ट्री ऑफ माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (एमएसएमई) के अधीन काम कर रही संस्था खादी एवं विलेज इंडस्ट्रीज कमीशन द्वारा उन प्रोजेक्ट्स का प्रोफाइल अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया गया है, जिन्हें प्रधानमंत्री इम्प्लॉयमेंट जनरेशन प्रोग्राम के तहत लोन मिल सकता है। इन प्रोजेक्ट प्रोफाइल में वेबसाइट डिजाइनिंग सर्विस को भी शामिल किया गया है। दरअसल केवीआईसी द्वारा मार्केट रिसर्च के आधार पर यह प्रोजेक्ट प्रोफाइल तैयार किए हैं। इसके मुताबिक यदि आप वेब डिजाइनिंग सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको लगभग 5 लाख 50 हजार रुपए का इन्वेस्टमेंट करना होगा। इसमें से 90 फीसदी आपको लोन मिल जाएगा और आपका अपना इन्वेस्टमेंट केवल 55 हजार रुपए का होगा।
मिनिस्ट्री ऑफ माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (एमएसएमई) के अधीन काम कर रही संस्था खादी एवं विलेज इंडस्ट्रीज कमीशन द्वारा उन प्रोजेक्ट्स का प्रोफाइल अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया गया है, जिन्हें प्रधानमंत्री इम्प्लॉयमेंट जनरेशन प्रोग्राम के तहत लोन मिल सकता है। इन प्रोजेक्ट प्रोफाइल में वेबसाइट डिजाइनिंग सर्विस को भी शामिल किया गया है। दरअसल केवीआईसी द्वारा मार्केट रिसर्च के आधार पर यह प्रोजेक्ट प्रोफाइल तैयार किए हैं। इसके मुताबिक यदि आप वेब डिजाइनिंग सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको लगभग 5 लाख 50 हजार रुपए का इन्वेस्टमेंट करना होगा। इसमें से 90 फीसदी आपको लोन मिल जाएगा और आपका अपना इन्वेस्टमेंट केवल 55 हजार रुपए का होगा।
कैसे होगी शुरुआत
सबसे पहले आपको कम से कम दो कम्प्यूटर, एक मॉडम या वाईफाई, लेजर प्रिंटर, स्कैनर, वेब कैमरा, डिजिटल कैमरा, केबल, सॉफ्टवेयर, विंडोज, जरूरी प्रोग्राम, डोमिन रजिस्ट्रेशन, वेब कनेक्शन, ग्राफिक्स, एनीमेटर जैसी जरूरी चीजें लेनी होगी।
सबसे पहले आपको कम से कम दो कम्प्यूटर, एक मॉडम या वाईफाई, लेजर प्रिंटर, स्कैनर, वेब कैमरा, डिजिटल कैमरा, केबल, सॉफ्टवेयर, विंडोज, जरूरी प्रोग्राम, डोमिन रजिस्ट्रेशन, वेब कनेक्शन, ग्राफिक्स, एनीमेटर जैसी जरूरी चीजें लेनी होगी।
कैसे लें ट्रेनिंग अगर आपको वेबसाइट डिजाइन करना नहीं आता तो आप सरकार की ओर से चलाए जा रहे ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा ले सकते हैं। जैसे कि - आप नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर एंटरप्रेन्योरशिप एंड स्मॉल बिजनेस डेवलपमेंट (निसबड) से वेब डेवलपर या वेब डिजाइनर की ट्रेनिंग ले सकते हैं। इसके अलावा एमएसएमई डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट और एनएसआईसी द्वारा भी वेब डेवलपर या वेब डिजाइनिंग का कोर्स कराया जाता है। इसके अलावा कई प्राइवेट इंस्टिट्यूट भी यह वेबसाइट डिजाइनर का कोर्स कराती हैं। नवंबर में निसबड में वेब डेवलपर प्रोग्राम आयोजित किया जाएगा। आप इस बारे में निसबड की वेबसाइट पर जानकारी ले सकते हैं। कितनी होगी इनकम
केवीआईसी के मुताबिक यदि आप 5 लाख 50 हजार रुपए की प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाते हैं तो आपका साल भर में लगभग 6 लाख 7 हजार रुपए का खर्च आएगा, जिसमें वर्किंग कैपिटल, लोन इंटरेस्ट, इंश्योरेंस, सैलरी आदि का खर्च शामिल होगा। और आपकी कुल सेल्स लगभग 9 लाख रुपए होगी। यानी कि आप साल भर में लगभग 2 लाख 92 हजार रुपए की इनकम कर सकते हैं। Tuesday, 18 September 2018
Shubh bank offering earning opportunity without investment | पैसा लगाए बिना फाइनेंस कंपनी के साथ करें बिजनेस, होगी अनलिमिटेड कमाई
Shubh bank offering earning opportunity without investment | पैसा लगाए बिना फाइनेंस कंपनी के साथ करें बिजनेस, होगी अनलिमिटेड कमाई
d
ऐसे करें अप्लाई
d
सिर्फ आधार कार्ड व पैन कार्ड के जरिए शुभबैंक से जुड़ सकते हैं।
अगर आप बिजनेस करने की सोच रहे हैं और बिजनेस शुरू करने के लिए आपके पास ज्यादा पैसे नहीं, तो परेशान होने की बात नहीं है। आज हम आपको ऐसी कंपनी के बारे में बता रहे हैं लोगों को अपने साथ जोड़कर बिजनेस करने का प्लेटफॉर्म दे रही हैं। फाइनेंस सेक्टर की कंपनी शुभ बैंक के साथ जुड़कर आप अपने बिजनेस की शुरुआत कर सकते हैं। आप इसके एसोसिएट चैनल पार्टनर बनकर महीने में रेग्युलर इनकम जेनरेट कर सकते हैं, वो भी बिना पैसे लगाए। हालांकि कमाई आपकी मेहनत पर निर्भर करेगी।
कंपनी का बिजनेस
शुभबैंक एक फाइनेंशियल सर्विस उपलब्ध कराने का प्लेटफॉर्म है, जहां लोग अपनी जरूरतों के हिसाब से लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। पोर्टल पर पर्सनल लोन से लेकर होम लोन, ऑटो लोन से लेकर मॉर्गेज लोन, क्रेडिट कार्ड से लेकर अन्य तरह का लोन प्राप्त करने की सर्विस प्रदान करती है। कंपनी इस समय 35 बैंक और एनबीएफसी के साथ काम कर रही है। कंपनी से जुड़े बैंकों में एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, आरबीएल बैंक शामिल हैं।
बिना पैसे जुड़ सकते हैं कंपनी से
कंपनी की सीआरएम रेणु जेटली ने बताया कि इस कंपनी से जुड़ने के लिए किसी इन्वेस्टमेंट की जरूरत नहीं है। बिना पैसे लगाए आप कंपनी के डायरेक्ट सेलिंग एजेंट (DSA) बन सकते हैं। इसके लिए आवेदक को अपना आधार कार्ड व पैन कार्ड की फोटो कॉपी कंपनी को ई-मेल के जरिए भेज सकते हैं। उसके बाद कंपनी आपको ट्रेनिंग देगी और फिर आप अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं। डीएसए बनकर आप फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स की बिक्री कर कमाई कर सकते हैं।
लोन देने के हैं ये मानदंड
कंपनी अपने लोन प्रोडक्ट्स के लिए विभिन्न मानदंड बना रखे हैं। जैसे कंपनी खेती वाली जमीन पर लोन नहीं देती। इसके अलावा बिजनेस स्टार्टअप पर भी लोन नहीं मिलता है। बिजनेस लोन के लिए आवेदक के पास खुद की प्रॉपर्टी होनी चाहिए। वहीं पर्सनल लोन लेने वाले की मिनिमम 18 हजार रुपए सैलरी होनी चाहिए। कंपनी के डीएसए बनने वालों को इन सब बातों को ध्यान रखना होगा।
ऐसे होगी कमाई
कंपनी डीएसए बनने वाले को हरेक लोन पर मिलने वाले कमिशन के रूप में कमाई होगी। अगर आप किसी को होम लोन देते हैं, तो आपको होम लोन डिसबर्सल अमाउंट पर 0.60 फीसदी कमीशन के रूप में मिलेगा। वहीं पर्सनल लोन पर 1.75 से 2.50 फीसदी कमीशन के तौर पर मिलेंगे। कमाई आपकी मेहनत पर निर्भर करेगी। जितना ज्यादा आप क्लाइंट बनाएंगे, उतनी ज्यादा आपकी कमाई बढ़ेगी।
ऐसे करें अप्लाई
इससे जुड़ने के लिए आपको कंपनी की वेबसाइट पर जाकर अप्लाई करना होगा। कंपनी की वेबसाइट पर जाकर फॉर्म डाउनलोड करने के बाद डिटेल भरकर कंपनी को मेल करना होगा। कंपनी के मानदंड के आधार पर आपका चयन होना निर्भर होगा। फिर कंपनी आपसे संपर्क करेगी।
Saturday, 1 September 2018
how can I apply for the dealership of gas agency : | 13 राज्यों में गैस एजेंसी लेने का मौका, ऑनलाइन कर सकते हैं अप्लाई
how can I apply for the dealership of gas agency : | 13 राज्यों में गैस एजेंसी लेने का मौका, ऑनलाइन कर सकते हैं अप्लाई
d
d
गैस एजेंसी के लिए 2500 से 10 हजार रुपए तक आवेदन शुल्क जमा कराना होगा
Money Bhaskar | अंतिम अपडेट : August 28, 2018 07:55 PM IST
सरकार के स्वामित्व वाली पेट्रोलियम कंपनियों ने मध्य प्रदेश, गुजरात सहित 13 राज्यों में गैस एजेंसियों के लिए आवेदन मांगे हैं। ये एजेंसियां छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में खोली जानी है। इसके लिए आवेदन करना बेहद आसान है। कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन अप्लाई कर सकता है। आवेदन शुल्क के रूप में 2500 रुपए से लेकर 10000 रुपए जमा कराने होंगे, जबकि जमानत राशि के रूप में 2 से 5 लाख रुपए जमा कराने होंगे। आपके सलेक्शन की जानकारी भी ऑनलाइन ही मिल जाएगी।
इन राज्यों में है मौका
इन दिनों पेट्रोलियम कंपनियों ने जिन 13 राज्यों में गैस एजेंसियों के लिए आवेदन मांगे हैं, उनमें शामिल हैं-
- मध्य प्रदेश
- छतीसगढ़
- गुजरात
- उत्तराखंड
- महाराष्ट्र
- गोवा
- तमिलनाडु
- हिमाचल प्रदेश
- झारखंड
- अंडमान निकोबार
- नागालैंड
- अरुणाचल प्रदेश
- मेघालय
तीन वर्गों के लिए हैं मौके
सभी राज्यों में ओपन कैटेगिरी के अलावा एससी/एसटी व ओबीसी वर्ग से एजेंसियों के लिए आवेदन मांगे हैं। इसी तरह एससी/एसटी वर्ग से 2500 रुपए, ओबीसी वर्ग से 3000 रुपए और ओपन कैटेगिरी से 4000 से 5000 रुपए आवेदन शुल्क की मांग की गई है। वहीं एससी/एसटी से 2 लाख, ओबीसी से 3 लाख और ओपन कैटेगिरी में 4 लाख रुपए जमानत राशि तय की गई है।
कई लोकेशन के लिए करें अप्लाई
हर राज्य में कई गैस एजेंसियां खुलनी हैं, जिनका डिटेल भी दिया गया है। यदि आप एक से अधिक लोकेशन के लिए अप्लाई करना चाहते हैं तो आप ऐसा कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको अलग-अलग एप्लीकेशन भरनी होगी और एप्लीकेशन फीस भी जमा करानी होगी।
कैसे करें अप्लाई
आप ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। इसके लिए आपको https://www.lpgvitarakchayan.in/new-registration.php पर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद लॉगिन करना होगा। लॉगिन करने के बाद जिस राज्य में अप्लाई करना चाहते हैं, वेबसाइट पर उपलब्ध लिंक पर क्लिक करके गैस एजेंसियों की लोकेशन के हिसाब से ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं।
: क्या हैं शर्तें
एलपीजी एजेंसी लेने के लिए केवल आवेदन करना ही काफी नहीं होता। इसके लिए और भी कई शर्तें हैं, जिनके बारे में आपके लिए जानना जरूरी है, जैसे-एलपीजी गोदाम कितना बड़ा होना चाहिए, गोदाम किस इलाके में होना चाहिए, बुनियादी सुविधाएं क्या होनी चाहिए, सुरक्षा के क्या इंतजाम होने चाहिए। अलग-अलग एरिया जैसे, शहरी, ग्रामीण, दुर्गम क्षेत्र के लिए अलग-अलग नियम और शर्तें हैं। इन शर्तों के बारे में अलग-अलग तेल कंपनियों की वेबसाइट से भी जानकारी ले सकते हैं। या इस लिंक पर क्लिक करके भी पूरी जानकारी ले सकते हैं।
how can I apply for the dealership of gas agency : | 13 राज्यों में गैस एजेंसी लेने का मौका, ऑनलाइन कर सकते हैं अप्लाई
how can I apply for the dealership of gas agency : | 13 राज्यों में गैस एजेंसी लेने का मौका, ऑनलाइन कर सकते हैं अप्लाई
d
d
गैस एजेंसी के लिए 2500 से 10 हजार रुपए तक आवेदन शुल्क जमा कराना होगा
Money Bhaskar | अंतिम अपडेट : August 28, 2018 07:55 PM IST
सरकार के स्वामित्व वाली पेट्रोलियम कंपनियों ने मध्य प्रदेश, गुजरात सहित 13 राज्यों में गैस एजेंसियों के लिए आवेदन मांगे हैं। ये एजेंसियां छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में खोली जानी है। इसके लिए आवेदन करना बेहद आसान है। कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन अप्लाई कर सकता है। आवेदन शुल्क के रूप में 2500 रुपए से लेकर 10000 रुपए जमा कराने होंगे, जबकि जमानत राशि के रूप में 2 से 5 लाख रुपए जमा कराने होंगे। आपके सलेक्शन की जानकारी भी ऑनलाइन ही मिल जाएगी।
इन राज्यों में है मौका
इन दिनों पेट्रोलियम कंपनियों ने जिन 13 राज्यों में गैस एजेंसियों के लिए आवेदन मांगे हैं, उनमें शामिल हैं-
- मध्य प्रदेश
- छतीसगढ़
- गुजरात
- उत्तराखंड
- महाराष्ट्र
- गोवा
- तमिलनाडु
- हिमाचल प्रदेश
- झारखंड
- अंडमान निकोबार
- नागालैंड
- अरुणाचल प्रदेश
- मेघालय
तीन वर्गों के लिए हैं मौके
सभी राज्यों में ओपन कैटेगिरी के अलावा एससी/एसटी व ओबीसी वर्ग से एजेंसियों के लिए आवेदन मांगे हैं। इसी तरह एससी/एसटी वर्ग से 2500 रुपए, ओबीसी वर्ग से 3000 रुपए और ओपन कैटेगिरी से 4000 से 5000 रुपए आवेदन शुल्क की मांग की गई है। वहीं एससी/एसटी से 2 लाख, ओबीसी से 3 लाख और ओपन कैटेगिरी में 4 लाख रुपए जमानत राशि तय की गई है।
कई लोकेशन के लिए करें अप्लाई
हर राज्य में कई गैस एजेंसियां खुलनी हैं, जिनका डिटेल भी दिया गया है। यदि आप एक से अधिक लोकेशन के लिए अप्लाई करना चाहते हैं तो आप ऐसा कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको अलग-अलग एप्लीकेशन भरनी होगी और एप्लीकेशन फीस भी जमा करानी होगी।
कैसे करें अप्लाई
आप ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। इसके लिए आपको https://www.lpgvitarakchayan.in/new-registration.php पर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद लॉगिन करना होगा। लॉगिन करने के बाद जिस राज्य में अप्लाई करना चाहते हैं, वेबसाइट पर उपलब्ध लिंक पर क्लिक करके गैस एजेंसियों की लोकेशन के हिसाब से ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं।
: क्या हैं शर्तें
एलपीजी एजेंसी लेने के लिए केवल आवेदन करना ही काफी नहीं होता। इसके लिए और भी कई शर्तें हैं, जिनके बारे में आपके लिए जानना जरूरी है, जैसे-एलपीजी गोदाम कितना बड़ा होना चाहिए, गोदाम किस इलाके में होना चाहिए, बुनियादी सुविधाएं क्या होनी चाहिए, सुरक्षा के क्या इंतजाम होने चाहिए। अलग-अलग एरिया जैसे, शहरी, ग्रामीण, दुर्गम क्षेत्र के लिए अलग-अलग नियम और शर्तें हैं। इन शर्तों के बारे में अलग-अलग तेल कंपनियों की वेबसाइट से भी जानकारी ले सकते हैं। या इस लिंक पर क्लिक करके भी पूरी जानकारी ले सकते हैं।
how to start Fly ash bricks business, what is cost to start Fly ash bricks plant, what is earnini in Fly Ash Bricks business, how much i may earn from Fly ash bricks business Fly ash bricks plant ki jaankari in hindi, | जानें राख की ईंट के बिजनेस का A टू Z प्रॉसेस, 1 लाख रु तक हो सकती है कमाई
how to start Fly ash bricks business, what is cost to start Fly ash bricks plant, what is earnini in Fly Ash Bricks business, how much i may earn from Fly ash bricks business Fly ash bricks plant ki jaankari in hindi, | जानें राख की ईंट के बिजनेस का A टू Z प्रॉसेस, 1 लाख रु तक हो सकती है कमाई
d
d
10 लाख रुपए में शुरू होता यह बिजनेस, बस थोड़ी सी जमीन और कोयले की मुफ्त राख की जरूरत
रेग्युलर इनकम के लिए किसी अच्छे बिजनेस की तलाश में हैं तो आपके लिए इस समय फ्लाई एश ब्रिक (ईंट) का बिजनेस अच्छा ऑप्शन हो सकता है। फ्लाई एश ब्रिक को आम तौर पर सीमेंट की ईंट भी कहा जाता है। इस बिजनेस से न सिर्फ आपको शुरुआत में अच्छी इनकम होगी बल्कि आप इस बिजनेस से जुड़े अग्रणी लोगों में भी शुमार हो सकते हैं। इसका कारण मौजूदा समय में फ्लाई एश ब्रिक्स का चलन का बढ़ना। बिजनेस की शुरुआत 10 लाख रुपए से 30 लाख रुपए (क्षमता के अनुसार) तक में हो सकती है। जहां तक इनकम की बात है तो इस बिजनेस से शुरुआत में 1 लाख रुपए महीना से करोड़ों रुपए प्रति वर्ष तक कमाई हो सकती है। आइए आपको बताते हैं फ्लाई एश ब्रिक्स बनाने के बिजनेस मॉडल को....
8 लाख रुपए से शुरू होती है मशीन की कीमत
फ्लाई एश ब्रिक बनाने वाली मशीन की कीमत 8 लाख रुपए से शुरू होकर 22 लाख रुपए तक है। नोएडा सेक्टर-1 स्थित जोएका मैन्युफैक्चरिंग के मालिक अली खान ने moneybhaskar.com को बताया कि ये सभी मशीनें ईंट बनाने की क्षमता के अनुसार है। 8 लाख रुपए कीमत वाली मशीन की क्षमता 1000 से 1500 ईंट प्रति घंटा तैयार कर सकती है जबकि, 22 लाख रुपए वाली मशीन एक घंटे में 7000 से 8000 ईंट बना सकती है। बिजनेस शुरू करने के लिए आपके पास जमीन का होना बहुत जरूरी है। ताकि, मशीन को लगाने के बाद आप ईंटों का भंडारण भी कर सकें।
मिट्टी से बनी ईंटों से हैं किफायती
दरअसल, मिट्टी से बनने वाली ईंटों से फ्लाई एश की ईंटें काफी किफायती मानी जाती हैं। देहरादून के बिल्डर मोहन राणा ने moneybhaskar.com को बताया कि फ्लाई एश की ईंट से मकान बनाने में सीमेंट का खर्च 20 से 30 फीसदी तक कम हो जाता है। इसके अलावा फिनिशिंग दीवार के दोनों तरफ आती है। इससे प्लास्टर में भी सीमेंट की बचत होती है। वहीं सूखी राख होने के कारण मकान में नमी नहीं आती है।
- कितने इन्वेस्टमेंट की है जरूरत...
कोयले की राख की होती है सबसे ज्यादा जरूरत
फ्लाई एश ईंट बनाने में सबसे ज्यादा जरूरत एश यानी राख की होती है। यह राख कोयले से बिजली पैदा करने वाले प्लांट से मिलती है। मेरठ के फ्लाई एश ईंट के कारोबारी जयदीप राजपूत ने बताया कि एनटीपीसी के प्लांट पर यह राख प्रदूषण को देखते हुए इस राख को फ्री में देते हैं। केवल इसे अपने प्लांट तक लाने के लिए जो खर्च होता है बस वही इसकी कीमत होती है। ईंट बनाने के लिए 55 फीसदी फ्लाई एश, 35 फीसदी रेत और 10 फीसदी सीमेंट की जरूरत होती है। इसके अलावा 65 फीसदी फ्लाई एश, 20 फीसदी रेत, 10 फीसदी चूना और 5 फीसदी जिप्सम के मिक्चर से भी ईंट बनाई जाती है।
फ्लाई एश ईंट बनाने में सबसे ज्यादा जरूरत एश यानी राख की होती है। यह राख कोयले से बिजली पैदा करने वाले प्लांट से मिलती है। मेरठ के फ्लाई एश ईंट के कारोबारी जयदीप राजपूत ने बताया कि एनटीपीसी के प्लांट पर यह राख प्रदूषण को देखते हुए इस राख को फ्री में देते हैं। केवल इसे अपने प्लांट तक लाने के लिए जो खर्च होता है बस वही इसकी कीमत होती है। ईंट बनाने के लिए 55 फीसदी फ्लाई एश, 35 फीसदी रेत और 10 फीसदी सीमेंट की जरूरत होती है। इसके अलावा 65 फीसदी फ्लाई एश, 20 फीसदी रेत, 10 फीसदी चूना और 5 फीसदी जिप्सम के मिक्चर से भी ईंट बनाई जाती है।
- 2 से 2.5 रुपए आता है खर्च
2 से 2.5 रुपए आता है खर्च
कारोबारी जयदीप राजपूत ने बताया कि फ्लाई एश की एक ईंट बनाने में खर्च लगभग 2 से 2.5 रुपए आता है। यह खर्च अलग-अलग जगहों के हिसाब से अलग हो जाता है। जयदीप के यहां हरियाणा के अंबाला से ही राख आती है। वहीं के डीलर इस एश (राख) को पहुंचाते हैं। जयदीप ने बताया कि वे अपनी मशीन से सीमेंट ब्लॉक, इंटरलॉकिंग टाइल्स आदि भी बनाते हैं। जिसकी जरूरत होती है वही माल तैयार कर लिया जाता है।
- कितनी होती है इनकम....
कारोबारी जयदीप राजपूत ने बताया कि फ्लाई एश की एक ईंट बनाने में खर्च लगभग 2 से 2.5 रुपए आता है। यह खर्च अलग-अलग जगहों के हिसाब से अलग हो जाता है। जयदीप के यहां हरियाणा के अंबाला से ही राख आती है। वहीं के डीलर इस एश (राख) को पहुंचाते हैं। जयदीप ने बताया कि वे अपनी मशीन से सीमेंट ब्लॉक, इंटरलॉकिंग टाइल्स आदि भी बनाते हैं। जिसकी जरूरत होती है वही माल तैयार कर लिया जाता है।
- कितनी होती है इनकम....
1 लाख रुपए से शुरू होती है इनकम
फ्लाई एश की ईंट की भी बाजार में सामान्य ईंटों के बराबर ही कीमत है। यह लगभग 4 रुपए से 5 रुपए प्रति ईंट तक बिकती है। यदि प्लांट दूर है तो कीमत बढ़ जाती है। कारोबारी जयदीप राजपूत बताते हैं कि जब ईंट को पूरी तरह से सूखकर तैयार होने में 28 दिन का समय लगता है। इसके बाद इसकी बिक्री शुरू होती है। एक महीने में अगर आप 50 हजार ईंट भी बेचते हैं तो आप आसानी से 1 लाख रुपए की इनकम कर सकते हैं। जबकि, 50 हजार ईंट आप केवल 5 से 6 घंटे में तैयार कर लेते हैं। जयदीप के अनुसार इस समय इन ईंटों की मांग बहुत है तो आसानी से एक महीने में 1.5 से 2.5 लाख ईंट बिक जाती हैं।
फ्लाई एश की ईंट की भी बाजार में सामान्य ईंटों के बराबर ही कीमत है। यह लगभग 4 रुपए से 5 रुपए प्रति ईंट तक बिकती है। यदि प्लांट दूर है तो कीमत बढ़ जाती है। कारोबारी जयदीप राजपूत बताते हैं कि जब ईंट को पूरी तरह से सूखकर तैयार होने में 28 दिन का समय लगता है। इसके बाद इसकी बिक्री शुरू होती है। एक महीने में अगर आप 50 हजार ईंट भी बेचते हैं तो आप आसानी से 1 लाख रुपए की इनकम कर सकते हैं। जबकि, 50 हजार ईंट आप केवल 5 से 6 घंटे में तैयार कर लेते हैं। जयदीप के अनुसार इस समय इन ईंटों की मांग बहुत है तो आसानी से एक महीने में 1.5 से 2.5 लाख ईंट बिक जाती हैं।
what is the cost of home made paper bag | होम मेड पेपर बैग बनाना हुआ सस्ता, सरकार ने दी प्लास्टिक मिक्स करने की सलाह
what is the cost of home made paper bag | होम मेड पेपर बैग बनाना हुआ सस्ता, सरकार ने दी प्लास्टिक मिक्स करने की सलाह
d
d
20% प्लास्टिक मिक्स करके 34 % कम हो जाएगी पेपर बैग की कीमत
प्लास्टिक पर बैन लगने के बाद जहां इससे जुड़ी इंडस्ट्रीज की चिंता बढ़ गई है, वहीं पेपर बैग बनाने वाले कारोबारियों की आमदनी बढ़ने के आसार है। ऐसे समय में, सरकार ने कहा है कि यदि पेपर बैग बनाते वक्त प्लास्टिक कचरे का भी इस्तेमाल किया जाए तो पेपर बैग की कीमत कम हो जाएगी, वहीं पेपर बैग मजबूत भी बनेगा। ऐसे ही बैग कुमारप्पा हैंडमेड पेपर इंस्टीट्यूट ने तैयार किए हैं, जिन्हें खादी एवं विलेज इंडस्ट्री कमीशन के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना ने लॉन्च किया।
20 फीसदी प्लास्टिक मिक्स
सक्सेना ने कहा कि 2 अगस्त को वह कुमारप्पा हैंडमेड पेपर इंस्टीट्यूट (KNHPI), जयपुर गए थे। जयपुर में पॉलिथीन वेस्ट को देख कर उन्हें आइडिया आया कि क्यों न इस वेस्ट का इस्तेमाल हैंड मेड पेपर में किया जाए। उन्होंने इस बारे में KNHPI के वैज्ञानिकों से बात की और कहा कि गारबेज से प्लास्टिक वेस्ट को इकट्ठा करवाया जाए और लगभग 20 फीसदी वेस्ट को क्लीनिंग व प्रोसेसिंग करने के बाद पेपर पल्प में मिक्स करके पेपर तैयार करने की संभावना तलाशी जाए। उन्होंने कहा कि यह प्रयोग सफल रहा और अब पेपर इंडस्ट्री को 20 फीसदी प्लास्टिक वेस्ट मिक्स करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
कितना होगा फायदा
अब तक वाइट कॉटन रेग्स से होम मेड पेपर बनाया जाता है, जिसकी कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम है। यदि इसमें पॉलिथीन वेस्ट मिलाया जाता है तो इसकी कीमत 66 रुपए प्रति किग्रा तक पहुंच जाएगी, यानी कि 34 फीसदी कम। इस होम मेड पेपर से तैयार कैरी बैग की कीमत 15.50 प्रति बैग आती है और एक लाख कैरी बैग बनाने के लिए लगभग 10 मीट्रिक टन पल्प की जरूरत पड़ती है, लेकिन यदि इसमें पॉलिथीन वेस्ट मिलाया जाता है तो 12.10 प्रति बैग की लागत आ रही है और एक लाख कैरी बैग बनाने के लिए लगभग 2 मीट्रिक टन पॉलिथीन वेस्ट की खपत हो जाएगी। इससे जहां प्लास्टिक वेस्ट की समस्या काफी कम हो जाएगी, वहीं पेपर बैग की कीमत भी लागत कम हो जाएगी।
world biggest investor warren buffett investing in Paytm | कभी ठीक से अंग्रेजी नहीं बोल पाता था यह इंडियन, अब वारेन बफे ने लगाया दांव
world biggest investor warren buffett investing in Paytm | कभी ठीक से अंग्रेजी नहीं बोल पाता था यह इंडियन, अब वारेन बफे ने लगाया दांव
d
d
भारत में वारेन बफे ने किया पहला निवेश
दुनिया के सबसे बड़े इन्वेस्टर कहे जाने वाली वारेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे ने Paytm की पैरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस में 2500 करोड़ रुपए (35.60 करोड़ डॉलर) में 4 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का ऐलान किया है। वारेन बफे का किसी भी भारतीय स्टार्टअप कंपनी में यह पहला इन्वेस्टमेंट है। यह विजय शेखर शर्मा की कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है क्योंकि वारेन बफे सीधे तौर पर पहली बार किसी भारतीय कंपनी में हिस्सा खरीद रहे हैं। वह देश के ऐसे अरबपति हैं जिन्हें परिवार से विरासत में बड़ा कारोबार नहीं मिला लेकिन अपनी मेहनत और आइडिया के दम पर अरबों का कारोबार खड़ा कर दिया।
छोटे शहर में बीता बचपन
वन 97 कम्युनिकेशंस के एमडी विजय शेखर शर्मा का अलीगढ़ के छोटे से शहर में बचपन बीता है। वह अलीगढ़ के एक मिडिल क्लास परिवार से हैं। पेटीएम के एमडी विजय शेखर शर्मा की मां हाउसवाइफ और पिता स्कूल टीचर थे। शर्मा ने अपनी 12वीं क्लास 14 साल की उम्र में ही पास कर ली थी। उन्हें इंजीनियरिंग में दाखिला लेने के लिए कई साल इंतजार करना पड़ा, क्योंकि उनकी उम्र कम थी।
नहीं बोल पाते थे अंग्रेजी
स्कूल की पढ़ाई करने क बाद उन्होंने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में दाखिला लिया। हिंदी मीडियम से पढ़ाई होने के कारण वह इंग्लिश में कमजोर थे, क्योंकि उन्होंने ज्यादातर पढ़ाई हिंदी मीडियम में की थी। उनके लिए अंग्रेजी में एंट्रेस एग्जाम देना थोड़ा मुश्किल था लेकिन इसका भी हल उन्होंने निकाला। अपनी इस कमी पर काबू पाने के लिए वह एक ही किताब के हिंदी और इंग्लिश वर्जन लाते और साथ-साथ पढ़ते।
- कैसे शुरू की पहली कंपनी
कॉलेज के दौरान बनाई पहली कंपनी
उन्होंने अपनी पहली कॉलेज की पढ़ाई के दौरान ही बना ली थी। उन्होंने अपने दोस्त के साथ मिलकर कंपनी एक्सएस कॉर्प्स बनाई थी। उनकी फर्म वेब के लिए कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम बनाती थी, जिसे वह अपने हॉस्टल के कमरे से चलाते थे। तब हॉस्टल रूम उनका ऑफिस और दुकानदार का फोन लैंडलाइन नंबर होता था। उन्होंने पेटीएम शुरू करने से पहले एक्सएस और वन97 जैसी कंपनियां बनाई और अपनी सारी जमा पूंजी इसमें लगा दी। उनके पार्टनर उन्हें छोड़कर चले गए।
फिर बनाया पेटीएम..
मार्केट में स्मार्टफोन आए तो उन्होंने शॉपिंग वेबसाइट और रीचार्ज प्लेटफॉर्म के तौर पर पेटीएम शुरू की। अब पेटीएम मोबाइल वॉलेट के साथ बिलिंग पेमेंट प्लेटफॉर्म भी है। नोटबंदी का सबसे ज्यादा फायदा पेटीएम को मिला और इसने विजय शेखर को अरबपतियों की गितनी में शामिल कर दिया। अब दुनिया के सबसे बड़े इन्वेस्टर वारेन बफे उनकी कंपनी में इन्वेस्ट कर रहे हैं।
- विरासत में नहीं मिली दौलत..
नहीं मिली थी विरासत में दौलत
विजय शेखर शर्मा देश के ऐसे अरबपति हैं जिन्हें काफी मेहनत के बाद यह मुकाम मिला है। उन्होंने देश के टॉप 100 अमीर भारतीय की लिस्ट में जगह बनाई है।
विजय शेखर शर्मा, एमडी पेटीएम
इंडिया के अमीर लोगों में रैंकिंग – 99
नेटवर्थ – 1.47 अरब डॉलर
this diwali shop without money with google will | दिवाली पर गूगल करेगा धमाका, बिना पैसे के कर सकेंगे 15,000 दुकानदारों से खरीदारी
this diwali shop without money with google will | दिवाली पर गूगल करेगा धमाका, बिना पैसे के कर सकेंगे 15,000 दुकानदारों से खरीदारी
d
d
खरीदारी के लिए आपको ऑनलाइन लोन गूगल मुहैया कराएगी।
इस साल की दीपावली पर गूगल का बड़ा धमाका होने जा रहा है। बिना पैसे के आप गूगल के प्लेटफॉर्म पर 15,000 विक्रेताओं से ऑनलाइन खरीदारी कर सकेंगे। खरीदारी के लिए आपको तुरंत ऑनलाइन लोन गूगल मुहैया करा देगी। हाल ही में गूगल ने अपने डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म का नाम गूगल पे रखा है जिसके माध्यम से दीपावली के दौरान बिना किसी झंझट के आप लोन लेकर खरीदारी कर सकेंगे। गूगल के इस प्लेटफॉर्म पर उबर, बुकमाईशो जैसी ई-कॉमर्स कंपनियां भी लोन देंगी।
आपके बैंक अकाउंट ट्रांजेक्शन से तय होगी आपके लोन की राशि
गूगल के डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म से लोन देने का काम एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, फेडरल व कोटक महिंद्रा जैसे बैंक करेंगे। गूगल लोन लेने के इच्छुक ग्राहकों के ट्रांजेक्शन रिकार्ड को देखते हुए यह तय करेगी कि वह ग्राहक कितना लोन ले सकता है। लोन की राशि उस ग्राहक के अकाउंट में चली जाएगी। आसान किस्त (ईएमआई) में लोन का भुगतान करना होगा।
बिक्री के लिए 15,000 विक्रेताओं का चयन
गूगल ने दीपावली के दौरान सेल धमाका करने के लिए 15,000 ई-दुकानदारों का चयन कर लिया है। इस काम के लिए गूगल टीम की तरफ से विभिन्न जगहों पर वर्कशॉप का आयोजन किया गया था। गूगल ने ग्रामीण इलाके के लोगों को ऑनलाइन खरीदारी सिखाने के लिए ट्रेनर भी नियुक्त किया है। गूगल को सबसे बड़ा फायदा यह है कि गूगल तेज अब गूगल पे ऐप का इस्तेमाल पहले से 5 करोड़ से अधिक लोग कर रहे हैं। इस ऐप का इस्तेमाल करने वालों को दीपावली के दौरान गूगल के प्लेटफॉर्म से खरीदारी के लिए आसानी से लोन मिल जाएंगे। भारत में ई-कॉमर्स कंपनियों का कारोबार 40 अरब डॉलर को पार कर चुका है। अगले दो साल में यह कारोबार 100 अरब डॉलर को पार कर जाएगा।
Subscribe to:
Posts (Atom)