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Wednesday, 24 October 2018

Open zero balance saving account | जीरो बैलेंस पर खोल सकते हैं इन बैंकों में अपने अकाउंट

Open zero balance saving account | जीरो बैलेंस पर खोल सकते हैं इन बैंकों में अपने अकाउंट

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doing business, get registered in less than rs 50, will get many govt. benefits | 50 रु से भी कम में करा लें रजिस्ट्रेशन, कमाई के साथ मिलेंगी कई सुविधाएं

doing business, get registered in less than rs 50, will get many govt. benefits | 50 रु से भी कम में करा लें रजिस्ट्रेशन, कमाई के साथ मिलेंगी कई सुविधाएं

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सरकारी स्कीम्स की मदद से बिजनेस बढ़ाना हो जाएगा आसान

बिजनेस कर रहे हैं या करने की सोच रहे हैं तो रजिस्ट्रेशन जरूर करा लें। इस रजिस्ट्रेशन से आप कई प्रकार के सरकारी लाभ के हकदार हो जाएंगे। अगले 15 दिनों में शहर के साथ कस्बों व गांवों में भी यह रजिस्ट्रेशन शुरू होने जा रहा है। आईटी व इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्रालय के अधीन काम करने वाले कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) पर 50 रुपए से भी कम खर्च में रजिस्ट्रेशन हो जाएगा। एमएसएमई मंत्रालय के कहने पर सीएससी  यह काम करने जा रहा है।



40 लाख उद्यमी रजिस्टर्ड 
एमएसएमई मंत्रालय की तरफ से तीन साल पहले रजिस्ट्रेशन का काम शुरू किया गया था। रजिस्ट्रर्ड उद्यमियों को उद्योग आधार नंबर दिया गया, लेकिन अब तक 40 लाख उद्यमी ही उद्योग आधार नंबर ले पाए हैं। कॉमन सर्विस सेंटर के सीईओ डी.सी. त्यागी ने मनी भास्कर को बताया कि देश में छोटे उद्यमियों की संख्या 6 करोड़ से अधिक है जबकि उद्योग आधार से सिर्फ 40 लाख उद्यमी ही जुड़ पाए हैं। ऐसे में, सरकार ने छोटे उद्यमियों के रजिस्ट्रेशन की जिम्मेदारी सीएससी को सौंपी है।
  
कब से शुरू होगा रजिस्ट्रेशन
त्यागी ने मनी भास्कर को बताया कि सीएससी की तरफ से एमएसएमई मंत्रालय को रजिस्ट्रेशन का पूरा प्रारूप बनाकर दे दिया गया है। उन्होंने बताया कि अगले 15 दिनों में सीएससी पर छोटे उद्यमियों के  रजिस्ट्रेशन का काम आरंभ हो जाएगा। उन्होंने बताया कि रजिस्ट्रेशन कराने के लिए उद्यमियों को 30 रुपए देने होंगे। रजिस्टर्ड उद्यमियों को कार्ड दिया जाएगा जो उनकी पहचान होगी। रजिस्ट्रेशन कराने वाले छोटे उद्यमी कई प्रकार के सरकार लाभ के हकदार हो जाएंगे।
  : क्या-क्या होंगे फायदे 
क्या-क्या हैं लाभ
छोटे उद्यमियों के लिए सरकार की तरफ से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन योजनाओं का लाभ वे तभी ले सकते हैं जब वे एमएसएमई के रूप में पंजीकृत होंगे। सरकार इन दिनों लोन देने में एमएसएमई क्षेत्र को प्राथमिकता दे रही है। एमएसएमई को लोन की ब्याज दरों पर भी छूट मिलती है। हाल ही में वित्त मंत्रालय ने सभी बैंकों से कहा है कि वे एमएसएमई को सिर्फ 59 मिनट में लोन देने की प्रक्रिया पूरी करें। आईसीआईसीआई व कई अन्य बैंकों ने एमएसएमई के टर्नओवर व उनके जीएसटी रजिस्ट्रेशन के आधार पर कम ब्याज दर पर लोन देना शुरू किया है। इन सभी सुविधाओं का लाभ उद्यमियों को तभी मिल पाएगा जब वे रजिस्टर्ड होंगे।

रूरल एंटरप्रेन्योर्स को होगा फायदा 

सरकार का मकसद गांवों में भी काम करने वाले छोटे उद्यमियों को आगे लाना है। उनके प्रोत्साहन के लिए सरकार के पास डाटाबेस होना जरूरी है जिस काम में सीएससी मदद करेगा।
 

satin micro finance, small loan to woman | महिलाओं को छोटे लोन भी दे रही है माइक्रोफाइनेंस कंपनी सैटिन, 2,000 रुपए का भी मिलता है कर्ज

satin micro finance, small loan to woman | महिलाओं को छोटे लोन भी दे रही है माइक्रोफाइनेंस कंपनी सैटिन, 2,000 रुपए का भी मिलता है कर्ज

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2,000 रुपए से लेकर 50,000 रुपए तक का मिलता है लोन

 रूरल एरिया में टेलरिंग की दुकान शुरू करने, सैलून, किराना की दुकान या भैंस खरीदने जैसे छोटे-छोटे कर्ज की जरूरत ज्यादा होती है। खासकर गांवों में रहने वाली महिलाओं को नहीं पता होता कि वह अपने छोटे से कारोबार को शुरू करने के लिए कर्ज कहां से और कैसे ले सकती है। महिलाओं की इन्हीं जरूरतों के लिए माइक्रोफाइनेंस कंपनी सैटिन क्रेडिटकेयर महिलाओं के लिए लोन प्रोडक्ट लेकर आई है।

सैटिन क्रेडिटकेयर नेटवर्क लिमिटेड के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर देव वर्मा ने moneybhaskar.com को बताया कि सैटिन माइक्रोफाइनेंस लोन सिर्फ महिलाओं को उपलब्ध कराता है। ये लोन 2,000 रुपए से लेकर 50,000 रुपए तक का होता है। वह रूरल एरिया की महिलाओं को ट्रेनिंग देने का भी काम करते हैं जिसके जरिए उन्हें यह जानकारी मिलती है कि वह क्या-क्या काम कर सकती हैं। वर्मा ने बताया कि महिलाओं को एक दिन में ही लोन मिल जाता है और वह आधार के जरिए लोन उपलब्ध कराते हैं।

21 राज्यों में है नेटवर्क

सैटिन क्रेडिटकेयर नेटवर्क लिमिटेड दुसरी बड़ी माइक्रोफाइनेंस कंपनी है जिसका ग्रॉस लैंडिंग पोर्टफोलियो 6,025 करोड़ रुपए है। सैटिन अपनी माइक्रोफाइनेंस सर्विस 21 राज्यों में दे रहा है। आसाम, बिहार, त्रिपुरा, मेघालय जैसे राज्यों में महिलाओं को छोटे लोन दे रहा है। वह अब तक 30 लाख महिलाओं को लोन दे चुका है। कंपनी अब सोलर, वाटर औस सफाई के लिए भी लोन दे रही है। कंपनी ने ग्लोबल फर्म टीडब्ल्यूपी, ग्रीनलाइट प्लेनेट के साथ पार्टनरशीप की है। इसके तहत 14,000 लोन बांटे गए हैं। वाटर डॉट ऑआरजी और एससीएनएल के साथ मिलकर 80 हजार वाटर और सफाई से जुड़े लोन बिहार में बांटे गए हैं।

what is common service centre and how can earn with it | 30 हजार रुपए महीना कमाई का मौका दे रही है सरकार, फ्री में कराएं रजिस्ट्रेशन

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अपने गांव या शहर में ही कर सकते हैं यह काम

आप काफी इन्‍वेस्‍टमेंट पर सरकार के साथ बिजनेस करने का मौका तलाश रहे हैं तो आप सरकार द्वारा चलाई जा रही कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) - विलेज लेवल एंटरप्रेन्‍योर्स (VLE) स्‍कीम ज्‍वाइन कर सकते हैं। मोदी सरकार कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) का दायरा बढ़ाने जा रही है। अब छोटे कारोबारी भी CSC में अपना रजिस्‍ट्रेशन करा सकेंगे। इससे CSC की इनकम बढ़ जाएगी। CSC के सीईओ डॉ. दिनेश त्‍यागी ने कहा कि CSC-VLE (विलेज लेवल एंटरप्रेन्‍योर्स) की इनकम बढ़कर 30 हजार रुपए महीना हो सकती है। त्‍यागी ने लोगों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में CSC-VLE बनने के लिए अप्‍लाई करने की अपील की है। 


दरअसल, नेशनल ई-गवर्नेंस प्‍लान के तहत सरकार सभी सरकारी सर्विस सस्‍ती दर पर लोगों तक पहुंचाना चाहती है। इसके लिए डिपार्टमेंट ऑफ इन्फॉर्मेशन एंड टेक्‍नोलॉजी द्वारा देश भर में कॉमन सर्विस सेंटर खोले जाने हैं। कॉमन सर्विस सेंटर, जिन युवकों को दिया जाता है, उन्‍हें विलेज लेवल एंटरप्रेन्‍योर कहा जाता है। एक सीएससी में सरकारी, प्राइवेट और सोशल सेक्‍टर जैसे टेलीकॉम, एग्रीकल्‍चर, हेल्‍थ, एजुकेशन, एंटरटेनमेंट, एफएमसीजी प्रोडक्‍ट, बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विस, सभी तरह के प्रमाणपत्र, आवेदन पत्र और यूटिलिटी बिल की पेमेंट की जा सकती है। सरकार सीएससी में मिलने वाले प्रोडक्‍ट्स की सर्विसेज की संख्‍या बढ़ाती जा रही है। जैसे कि अब यहां इंश्‍योरेंस प्रोडक्‍ट भी बेचे जा सकते हैं। 
 
 
कितना करना होगा इन्‍वेस्‍टमेंट 
यदि आप सीएससी खोलना चाहते हैं तो आपके पास कम से 100 से 150 वर्ग फुट स्‍पेस होना चाहिए। इसके अलावा कम से एक कम्प्‍यूटर (यूपीएस के साथ), एक प्रिंटर, डिजिटल/वेब कैमरा, जेनसेट या इन्वर्टर या सोलर पैनल, ऑपरेटिंग सिस्‍टम और एप्‍लिकेशन सॉफ्टवेयर, ब्रॉडबैंड कनेक्‍शन होना चाहिए। इन सब पर आपको 2 से 2.5 लाख रुपए का इन्वेस्‍टमेंट करना पड़ सकता है। 
 
वीएलई बनने के लिए क्‍या करना होगा 
वीएलई बनने के लिए आपके पास आधार नंबर होना जरूरी है। इसके जरिए आप https://csc.gov.in वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। उसके आधार पर आपको ओटीपी नंबर मिलेगा। इसके जरिए आप सीएससी के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। यदि आप ऑफलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो ग्राम पंचायत या नगर पंचायत स्‍तर पर एक कमेटी का गठन किया जा रहा है। आपको इस कमेटी के पास आवेदन करना होगा, जो आपके प्रपोजल की स्‍टडी करने के बाद आपको सीएससी का लाइसेंस देगी।
ऐसे कर सकते हैं कमाई 
सीएससी में पैन कार्ड, आधार कार्ड, इलेक्‍शन कार्ड, मतदाता सूची में नाम जुड़वाना, पहचान पत्र, पासपोर्ट बनाने की सुविधा दी जा सकती है। इसके अलावा आप मोबाइल रिचार्ज, मोबाइल बिल पेमेंट, डीटीएच रिचार्ज, इंस्टैंट मनी ट्रांसफर, डाटा कार्ड रिचार्ज, एलआईसी प्रीमियम, रेड बस, एसबीआई लाइफ, बिल क्‍लाउड जैसी निजी सेवाएं भी उपलब्ध करा सकते हैं। यहां बैंकिंग, इन्श्‍योरेंस और पेंशन सर्विस भी दी जा सकती है। सीएससी में प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम, डिजिटल लिटरेसी प्रोग्राम, वोकेशनल व स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग दी जा सकती है। किसानों को सीएससी के माध्‍यम से मौसम की जानकारी व मिट्टी की जांच जैसी सर्विसेस भी दी जाएंगी। इतना ही नहीं टेलीमेडिसन सर्विस भी लोगों को उपलब्ध कराई जा सकती है।
 
गांवों में इंटरनेट पहुंचा रहे हैं वीएलई 
टेलीकॉम मिनिस्ट्री की एक रिसर्च के मुताबिक, अब सीएससी के माध्यम से ग्रामीण इलाकों में इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की पहुंच हो रही है। इंटरनेट से जुड़ी सर्विस गांवों में भी पहुंच रही हैं। इन सेंटर्स में आईडी कार्ड एवं वेडिंग कार्ड की प्रिंटिंग, लेमिनेशन, डिजाइनिंग, डॉक्‍युमेंट की स्‍कैनिंग व प्रिंटिंग होती है। स्‍टूडेंट्स को कम्प्‍यूटर सिखाया जाता है और वह आसपास के गांवों के युवाओं को जॉब फॉर्म भी देते हैं, जिन्‍हें अलग-अलग वेबसाइट से डाउनलोड किया जाता है।

difference between rich and poor approach or thinking | सिर्फ गरीब सोचते हैं ये 10 बातें, अमीर बिल्कुल भी नहीं करते परवाह

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अमीर और गरीब की सोच में होता है फर्क

सोच का अंतर ही गरीब को गरीब और अमीर को ज्यादा अमीर बनाता है। दरअसल गरीब अक्‍सर जिस बात को लेकर डरे हुए होते हैं, आम तौर पर अमीर उसकी परवाह ही नहीं करते हैं। इंक डॉटकॉम की एक रिपोर्ट बताती है कि अमीरी किस्‍मत नहीं सोच से आती है और सोच के मामले में अमीर हमेशा गरीब पर भारी होते हैं।
ऐसा नहीं है कि गरीबों में अमीर बनने की काबिलियत नहीं होती है, लेकिन उनका फोकस अलग होता है। अमीर अपने गोल को लेकर ज्‍यादा संजीदा होते हैं, वहीं गरीब को इससे बहुत फर्क नहीं पड़ता है। दुनिया भर के 80 फीसदी अमीर लोग अपनी सफलता की वजह अपने गोल पर फोकस्‍ड होना मानते हैं। वे अपने तय किए हुए गोल को पाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। उनके लिए गोल हासिल करने के लिए कोई चांस फैक्‍टर नहीं होता है। अाइए जानते हैं 10 ऐसी बातों के बारे में जो सिर्फ गरीब सोचते हैं, पर अमीरों को इससे फर्क नहीं पड़ता है...
 
10 बातें जो गरीब सोचते हैं...
नंबर-1: मुझे पैसा कमाने के लि‍ए काम करना है।
नंबर-2: दौलत बुरी होती है और उससे इंसान का दि‍माग खराब होता है।
नंबर-3: अमीर बनने के लि‍ए भाग्‍य और अच्‍छे कनेक्‍शन की जरूरत होती है।
नंबर-4: मुझे कोई एक रास्‍ता तलाशना होगा जहां से मुझे रेगुलर इनकम होती रहे।
नंबर-5: मैं केवल उतना ही बचा सकता हूं जो खर्च पूरा करने के बाद रह गया है।
आगे पढ़ें-और क्या सोचते हैं गरीब
जो गरीब सोचते हैं...
नंबर-6: मुझे अपनी नौकरी के हि‍साब से पैसा मि‍लना चाहि‍ए।
नंबर-7: मुझे मौके के इंतजार में रहना चाहि‍ए।
नंबर-8: मैं अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाया। ये मेरे बस की बात नहीं।
नंबर-9:  मुझे जहां भी पहुंचना है अपने पैसे के दम पर पहुंचना है।
नंबर-10: मुझे स्‍मार्ट बनना पड़ेगा।

आगे पढ़ें-अमीरों को नहीं पड़ता फर्क
अमीरों को फर्क नहीं पड़ता है
गरीब लोग किस्‍मत, सफलता को लेकर जहां इस तरह से सोचते हैं। वहीं अमीरों को इन बातों से फर्क नहीं पड़ता है। बल्कि किस्‍मत, सफलता, मौकों और पैसे को लेकर उनका अप्रोच कुछ ऐसा होता है..

नंबर-1: मुझे पैसे से अपने लि‍ए काम करवाना है।
नंबर-2:  पैसा ये आजादी देता है कि मुझे अपनी सहुलि‍यतों से समझौता ना करना पड़े।
नंबर-3: अमीर बनने के लिए मुझे कड़ी मेहनत करनी होगी और अपनी जिंदगी बदलनी होगी।
नंबर-4 : रेग्‍युलर इनकम के लिए मुझे कई जगह से पैसे कमाने हैं।
नंबर-5 :  मैं पहले 20 फीसदी सेव करूंगा उसके बाद देखूंगा कि 80 फीसदी में क्‍या करना है।
नंबर-6 :  मुझे उतना पैसा मि‍लना चाहि‍ए, जि‍तनी मैं मेहनत कर रहा हूं।
नंबर-7 :  मुझे मौके बनाने होंगे।
नंबर-8 : मैं अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाया, मझे इसके लि‍ए दूसरा रास्‍ता नि‍कालना होगा।
नंबर-9 : मुझे दूसरों को इस बात के लि‍ए राजी करना है कि वो मुझ पर पैसा लगाएं।
नंबर-10: मेरे पास अच्‍छे आइडि‍या होने चाहि‍एं। मुझे ऐसे लोगों के बीच रहना चाहि‍ए जो एक्‍सपर्ट हैं और कभी हार नहीं माननी चाहि‍ए।

1bhk for just 2 lakh, you too can buy mobile homes | सिर्फ 2 लाख में खरीद सकते हैं 1Bhk, कहीं भी कर सकते हैं शिफ्ट

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Mobile homes में मिलेगी घर जैसी सभी सुविधाएं

अगर आप कम जगह में अधिक से अधिक सुविधाओं में रहना चाहते हैं और वह भी कम दाम में, तो यह घर आपके लिए हैं। इनकी खासियत यह है कि ये आपकी जरूरत के मुताबिक डिजायन किए जाते हैं और आप इन्हें कभी भी, कहीं भी शिफ्ट कर सकते हैं। ये हैं पोर्टेबल यानी मोबाइल होम्स जिनकी कीमत लाख रुपए से भी कम से शुरू है। इंडियामार्ट (IndiaMart) वेबसाइट पर एेसी कई कंपनियां हैं जो आपको ये घर बनाकर देंगी, जो पोर्टेबल होने के साथ ईको-फ्रेंडली भी होंगे।

7 दिन में हो जाएगा तैयार
मुंबई की Zigma Cabin Private Limited कंपनी के अधिकारी ने मनी भास्कर को बताया कि 1Bhk दो लाख रुपए में तैयार हो जाएगा। इसकी कीमत 1000 रुपए प्रति square feet रहेगी। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी पूरी देश में ऐसे घर और अन्य स्ट्रक्चर बनाकर ट्रांसपोर्ट करती है। उन्होंने कहा कि लोगों की जरूरत के मुताबिक घर का साइज कितना भी बढ़ाया जा सकता है और इसे सही सलामत डिलिवर करना कंपनी की जिम्मेदारी होगी।
जैसी जरूरत वैसा घर
IndiaMart पर देशभर की कई कंपनियां रजिस्टर्ड है जो आपको देश के किसी भी कोने में आपकी मर्जी के मुताबिक घर डिलिवर कर सकती हैं। ये घर आपकी जरूरतों के हिसाब से सस्ते और महंगे हो सकते हैं। नई दिल्ली की एक कंपनी जगदंबे प्री फैब सिर्फ 3.75 लाख रुपए में हाउस ऑन व्हील्स बनाकर दे रही है। यह घर वेदरप्रूफ होने के साथ दिखने में भी बेहद खूबसूरत हैं।
मिलेंगी सब सुविधाएं
अहमदाबाद की कंपनी आकाश इंटरप्राइज की नेहा रोहिरा ने मनी भास्कर को बताया कि उनकी कंपनी 20 गुणा 12 से लेकर 40 गुणा 12 तक के घर बनाती है। इसकी कीमत 1500 रुपए square feet है। कस्टमर की जरूरत के मुताबिक घरों में डायनिंग हॉल, लिविंग रूम, फर्नीचर और अन्य लक्जरी सुविधाएं के अलग-अलग रेट्स हैं। यह घर 30 से 35 दिनों में तैयार हो जाते हैं। कंपनी इन्हें कस्टमर की बताई हुई लोकेशन पर ट्रांसपोर्ट करती है। इसके बाद कस्टमर इन्हें अपनी मर्जी से कहीं भी ट्रांसपोर्ट कर सकते हैं।

लोगों को भा रहे हैं मोबाइल होम
मोबाइल होम्स का कॉन्सेप्ट लोगों को काफी पसंद आ रहा है। नेहा ने बताया कि फिलहाल हर महीने लगभग 200 मोबाइल होम्स और ऑफिस, केबिन और दुकानें बनाने के लिए उनके पास ऑर्डर आते हैं।

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Fly Dining Restaurants at Bengaluru | हवा में डाइनिंग, बेंगलुरु के इस फ्लाइंग रेस्टोरेंट में काफी कुछ है खास

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Business loan : lowest interest rate of business loan | बिजनेस के लिए लें सस्ता लोन, 25 लाख से 5 करोड़ तक ले सकते हैं आप

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25 तरह के बिजनेस के लिए सिडबी से लें लोन

स्‍मॉल इंडस्‍ट्रीज डेवलपमेंट बैंक (SIDBI) की SMILE स्‍कीम के तहत होम लोन से भी सस्‍ता बिजनेस लोन दिया जा रहा है। 5 करोड़ रुपए तक के लोन के लिए 8.12 फीसदी ब्‍याज दर निर्धारित की गई है। यह लोन छोटे कारोबारियों के लिए है, जिसके लिए अप्‍लाई करना भी आसान है। आप ऑनलाइन अप्‍लाई करके यह लोन हासिल कर सकते हैं। स्‍कीम का मकसद मेक इन इंडिया मूवमेंट को प्रमोट करना है, जिसका फायदा कोई भी कारोबारी उठा सकता है।
सिडबी ने सिडबी मेक इन इंडिया सॉफ्ट लोन फॉर माइक्रो, स्‍मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (स्‍माइल) की शुरुआत की है। सिडबी का दावा है कि इस स्‍कीम के तहत 8.12 फीसदी की दर पर लोन दिया जाता है, जो सबसे सस्‍ता है। गौरतलब है कि सबसे सस्‍ता होम लोन होता है, लेकिन यह लोन उससे भी सस्‍ता है। सिडबी 25 लाख से लेकर 5 करोड़ रुपए तक का लोन देगा।

किन्‍हें मिलेगा लोन
मेक इन इंडिया मूवमेंट में शामिल सेक्‍टरों को ही लोन दिया जाएगा। इनमें -
- ऑटोमोबाइल
- ऑटोमोबाइल कंपोनेंट
- एविएशन
- बायोटैक्‍नोलॉजी
- केमिकल
- कंस्‍ट्रक्‍शन
- डिफेंस मैन्‍युफैक्‍चरिंग
- इलेक्ट्रिकल मशीनरी
- इलेक्‍ट्रॉनिक सिस्‍टम
- फूड प्रोसेसिंग
- आईटी एवं बीपीएम
- लैदर
- मीडिया एंड इंटरटेनमेंट
- माइनिंग
- ऑयल एंड गैस
- फॉर्मा
- पोर्ट
- रेलवे
- रिन्‍यूएबल एनर्जी
- रोड एंड हाइवे
- स्‍पेस,
- टैक्‍सटाइल
- थर्मल पावर
- टूरिज्‍म एंड हॉस्पिटिलिटी
-वेलनैस सेक्‍टर

 : कैसे करें अप्लाई \
अगर आप सिडबी की इस स्‍कीम का फायदा उठाना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन अप्‍लाई भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको इस लिंक पर जाना होगा। https://sidbi.in/online-enquiry.php


क्‍या है मकसद
इस लोन का मकसद सरकार के मेक इन इंडिया मूवमेंट को प्रमोट करना है। गौरतलब है कि मेक इन इंडिया मूवमेंट के तहत 25 तरह की इंडस्‍ट्री को प्रमोट किया जाता है। इसका मतलब यह है कि अगर आप इन 25 में से किसी एक तरह की इंडस्‍ट्री शुरू करना चाहते हैं या एक्‍सपेंड करना चाहते हैं तो आपको लोन मिल सकता है।

Thursday, 11 October 2018

worried about home cleaning in festive time, Cleaning packages for home cleaning | नवरात्रि में घर की सफाई को लेकर हैं परेशान, सिर्फ 400 रुपए में हो जाएगा काम

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Business with railway : Now GEM salers will do business with Railway | सिंपल रजिस्ट्रेशन करा रेलवे के साथ शुरू करें बिजनेस, 350 आइटम्स की डिमांड

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